गुना में दलित परिवार की पिटाई पर राहुल गाँधी ने कहा – हमारी लड़ाई अन्याय के खिलाफ News Politics by mpeditor - July 16, 20200 गुना शहर के जगनपुर क्षेत्र में एक सरकारी मॉडल कॉलेज के निर्माण के लिये निर्धारित सरकारी जमीन के अतिक्रमण से जबरन निकाले गये एक दलित दंपत्ति ने मंगलवार को इस मुहिम के विरोध में कीटनाशक पी लिया। जिसके बाद यह मामला और भी गर्मा गया। सोशल मीडिया पर दलित परिवार की पिटाई का वीडियो तेज़ी से शेयर किया जाने लगा। इसी क्रम में कांग्रेस के राहुल गांधी ने भी वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया है। वीडियो ट्वीट कर उन्होंने प्रदेश में मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारी लड़ाई ऐसी सोच और अन्याय के खिलाफ है। हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है। pic.twitter.com/egGjgY5Awm— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2020 मंगलवार को कैंट थाना इलाके के जगतपुर चक पर पुलिस अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। इस दौरान जबर्दस्त हंगामा हो गया। सरकारी टीम के मुताबिक मॉडल कॉलेज के लिए आवंटित 20 बीघा जमीन पर कई वर्षों से अतिक्रमण कर खेती की जा रही थी। उसे हटाने के लिए पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पहुंची थी, जिसका वहां मौजूद लोगों ने विरोध किया। नरोत्तम मिश्रा ने भी किया ट्वीट वहीं राहुल गांधी के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए बीजेपी के नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में जब कांग्रेस सरकार थी तब प्रीपेड प्लान के तहत अधिकारी नियुक्त होते थे। बीजेपी सरकार में घटना होते ही कलेक्टर एसपी को बदल दिया गया। प्रदेश में कानून व्यवस्था का किया जाएगा। उन्होंने पूर्व की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में सतना में दो बालक किडनैप हुए थे, उनके शव ही वापस आए थे। कांग्रेस सरकार में अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था, बीजेपी सरकार में जो कानून के खिलाफ जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। एसपी और कलेक्टर बदले गए बता दें कि इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर गुना के एसपी और कलेक्टर बदल दिए गए। सीएम शिवराज ने घटना के दौरान पुलिस की मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की थी। अधिकारियों के साथ बैठक कर घटना पर सरकार की ओर से लिए जा रहे एक्शन के बारे में जानकारी देते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि सरकार ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मामले की जांच करने के लिए एक जांच दल भोपाल से गुना भेजा जाएगा।