बैकफुट पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प Nation by mpeditor - July 31, 2020July 31, 20200 अपनी पार्टी का समर्थन न मिलने के बाद ट्रम्प ने कहा- चुनाव टालना नहीं चाहते, फर्जी वोटों से बचना चाहते हैं। रिपब्लिकन पार्टी के कई नेताओं ने कहा- ट्रम्प के पास चुनाव टालने का अधिकार नहींट्रम्प ने कहा था- अगर मेल-इन बैलेट से चुनाव हुए तो इतिहास के सबसे फर्जी चुनाव होंगे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प नवंबर में होने वाले चुनाव को टालने की बात पर बैकफुट में आ गए हैं। उन्हें अपनी ही पार्टी का समर्थन नहीं मिला है। रिपब्लिकन पार्टी के कई बड़े नेताओं ने कहा है कि ट्रम्प के पास चुनाव टालने का अधिकार नहीं है। अब ट्रम्प ने कहा है कि वे चुनाव टालना नहीं चाहते हैं, लेकिन फर्जी वोटों से बचना चाहते हैं। ट्रम्प ने कहा था- इस बार इतिहास के सबसे फर्जी चुनाव होंगेट्रम्प ने गुरुवार को सुझाव दिया था कि 2020 में होने वाला इलेक्शन टाल दिया जाए। उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी के चलते इन चुनावों में मेल-इन बैलेट (चिट्ठी के जरिए वोटिंग) से वोटिंग हो सकती है। ऐसा हुआ तो यह अमेरिकी इतिहास के सबसे गलत और फर्जी चुनाव साबित होंगे। यह अमेरिका के लिए बेहद शर्म की बात होगी। ट्रम्प के पास चुनाव टालने का अधिकार नहींअमेरिका के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव की तारीख बदलने का अधिकार राष्ट्रपति के पास नहीं है। इसके लिए ट्रम्प को संसद के दोनों सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट से बिल मंजूर कराना होगा। सीनेट में तो ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है, लेकिन निचले सदन में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है।अगर ट्रम्प दोनों सदनों से बिल पास करा भी लेते हैं तो भी वे ज्यादा समय तक चुनाव नहीं टाल पाएंगे। अमेरिका के संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव 20 जनवरी तक हर हाल में कराने होंगे। तीन नवंबर को हैं राष्ट्रपति चुनावअमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 3 नवंबर को होने हैं। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तो डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन हैं। दोनों पार्टियों के प्राइमरी चुनाव खत्म हो चुके हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी का नेशनल कन्वेंशन भी हो चुका है। इसमें बिडेन के नाम पर मोहर लगी है। अगस्त में रिपब्लिकन पार्टी का नेशनल कन्वेंशन होना है। इसमें ट्रम्प को आधिकारिक रूप से उम्मीदवार घोषित किया जाएगा।