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सीएम हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी ने कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया; राज्य में पिछले 10 दिन में 993 संक्रमित मिले, अब तक 3518 पॉजिटिव केस

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी समेत सीएम हाउस के कर्मचारियों का सैंपल कोरोना जांच के लिए लिया गया है। इसके अलावा सीएम के प्रेस सलाहकार, स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों और सीएम की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों का भी सैंपल लिया गया है। सभी सैंपल की रिपोर्ट रविवार शाम तक आने की उम्मीद है। झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री और टुंडी के विधायक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मुख्यमंत्री 8 जुलाई से होम क्वारैंटाइन में हैं। मुख्यमंत्री अपने सरकार के मंत्री और विधायक के संपर्क में आए थे जिसके बाद उन्होंने एहतिहात के तौर पर खुद को होम क्वारैंटाइन करने का फैसला किया।

राज्य में पिछले 10 दिन में 993 कोरोना के नए मरीज मिले। जबकि इतने ही दिन में मात्र 293 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। यानी जितने मरीज स्वस्थ हो रहे हैं उनसे तीन गुना से भी ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। राज्य में एक जुलाई को कोरोना संक्रमितों की संख्या 2525 थी जो 11 जुलाई को बढ़कर 3518 तक पहुंच गई। वहीं, एक जुलाई को राज्य में 1931 मरीज कोरोना से मुक्त हो चुके थे।

इतने ही दिनों में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या मात्र 293 बढ़कर 2224 हुई है। एक जुलाई को राज्य के मरीजों का रिकवरी रेट जहां 76.71 था, 11 जुलाई को घटकर 63.21 प्रतिशत हो गया है। पिछले 24 घंटे में 156 नए कोरोना के मरीज मिले हैं। नए मरीजों के मिलने के बाद राज्य में अब पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 3518 हो गई।

झारखंड में 0.10 बढ़ गई मृत्यु दर 
देश के साथ झारखंड में भी कोरोना संक्रमण और मौत की दर में तेजी आई है। देश में संक्रमितों की संख्या जहां 8 लाख हो गई है, वहीं झारखंड में यह संख्या 3500 के पार हो गई है। राज्य में 30 जून को मृत्यु दर 0.60 फीसदी थी जो अब बढ़कर 0.70 फीसदी हो गई है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में कोरोना से अब तक 23 जबकि सरकार आकंड़ों के विपरीत 25 मौतें कोरोना से हुई है। इनमें पूर्व डीडीसी और बंगाल के श्रमिक की मौत को स्वास्थ्य विभाग अपने खाते में नहीं जोड़ रहा है।

कुल मृतकों में 70 फीसदी मृतकों की उम्र 60 से अधिक है और वे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। वहीं, 30 फीसदी की उम्र तो कम थी लेकिन वे भी गंभीर बीमारियों से लड़ रहे थे। संक्रमण के दौरान उनका इम्यून सिस्टम काम नहीं कर पाया और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

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