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आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयार हों जाएं और ताकत के साथ काम पर जुट जाएं – दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने सिहोरा विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन में जीत के गुरुमंत्र दिए

जबलपुर – 2023 विधानसभा चुनाव में बस कुछ समय ही बाकी है, ऐसे में कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और राज्यसभा सांसद कमजोर सीटों पर समीक्षा करने में जुटे हुए है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर में है, रविवार की शाम को दिग्विजय सिंह ने सिहोरा विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन में जीत के गुरुमंत्र दिए तो आज याने सोमवार को कैंट और पनागर विधानसभा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रविवार की शाम सिहोरा पहुंचे जहां वो कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए, इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयार हों जाए और ताकत के साथ काम पर जुट जाए। सिहोरा में दिग्विजय सिंह ने विधानसभा मंडल के पदाधिकारी सहित बूथ के कार्यकर्ताओं से भी वन टू वन चर्चा की। दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 125 से 130 सीटें जीतेगी।

पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह आज सोमवार को पनागर और कैंट विधानसभा के मंडलम और सैक्टर कार्यकर्ताओं की बैठक सुबह 11 बजे मानस भवन में लेंगे, हालांकि इससे पहले सुबह 10 बजे दिग्विजय सिंह प्रेसकांफ्रेंस कर पत्रकारों से चर्चा करेंगे। मानस भवन में ही दोपहर साढ़े बारह बजे दिग्विजय सिंह सभी कांग्रेस कार्यकर्ता, नगर पालिका, जनपद, जिला पंचायत के चुने गए सदस्यों, सेवादल, महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, किसान कांग्रेस, आईटी सेल, एनएसयूआई सहित सभी प्रकोष्ठ के सदस्यों को एक छत के नीचे जोड़कर बैठक करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दोपहर तीन बजे पनागर विधानसभा के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां वह पनागर मंडलम /सेक्टर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे और फिर इसके बाद शाम 6 बजे सिवनी जिले के लिए सड़क मार्ग से निकल जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जबलपुर जिले की तीन विधानसभा कैंट , पनागर और सिहोरा के कार्यकर्ताओं से इसलिए संवाद स्थापित कर रहे हैं क्योंकि तीनों विधानसभा में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। कैंट, पनागर और सिहोरा तीनों ही विधानसभा में लंबे समय से कांग्रेस को हार मिल रही है और यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब इस बात की समीक्षा कर रहे हैं कि आखिर क्यों कांग्रेस वहां पर जीत हासिल नहीं कर पा रही है। हालांकि पाटन विधानसभा में भी 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार मिली थी।
सिहोरा विधानसभा में 2018 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी नंदनी मरावी ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए खिलाड़ी सिंह आर्मो को करीब 6800 वोटों से हराया था। हालांकि यहां पर टक्कर कांटे की थी, बावजूद इसके कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। वही बात करें अगर कैंट विधानसभा की तो यहां पर बीते कई सालों से भाजपा का ही कब्जा रहा है, 2018 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अशोक रोहाणी ने कांग्रेस के आलोक मिश्रा को करीब 26500 वोटों से हराया था। इसी तरह पनागर विधानसभा में भी लंबे समय से भाजपा काबिज है, बीते 2018 के चुनाव में भाजपा के सुशील इंदू तिवारी ने कांग्रेस के सम्मती सैनी को करीब 43600 वोटों से हराया था।

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