You are here
Home > Uncategorized > पांच बार से हार रही 66 सीटों पर कांग्रेस ने उतारे ऑब्जर्वर, चोपड़ा को भोपाल का जिम्मा

पांच बार से हार रही 66 सीटों पर कांग्रेस ने उतारे ऑब्जर्वर, चोपड़ा को भोपाल का जिम्मा

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने संभाला मोर्चा

भोपाल – मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में फतह के लिए कांग्रेस इस बार विधानसभा की 230 में से 1-1 सीट पर फोकस कर रही है। कांग्रेस की चुनावी तैयारियों में राष्ट्रीय स्तर से नेताओं की मप्र में एंट्री हो गई है। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल के बीच हुई चर्चा के बाद दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से मप्र आए चारों ऑब्जर्वर को एआईसीसी की सहमति से लगातार पांच बार से हार रही सीटों की जिम्मेदारी दी है।
खासतौर पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुभाष चोपड़ा को भोपाल की जिम्मेदारी दी गई है। वे गोविंदपुरा, बैरसिया, हुजूर और नरेला, भोजपुर, बुदनी,आष्टा, सीहोर, होशंगाबाद, सोहागपुर, पिपरिया, सिलवानी, शमशाबाद और कुरवाई सीटों का फीडबैक लेकर प्रारंभिक तौर पर स्थानीय नेताओं और पीसीसी से चर्चा के बाद इन सीटों पर जीत दर्ज कर अपनी रिपोर्ट देंगे। महाकौशल और विंध्य की जिम्मेदारी उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे प्रदीप टम्टा को सौंपी गई है।

ग्वालियर-चंबल अंचल की सीटों में गुना, शिवपुरी समेत अन्य सीटें जिन पर कांग्रेस लगातार तीन से पांच चुनावों में हार रही है। इन सीटों की जिम्मेदारी कुलदीप राठौर को दी गई है। गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष रहे अर्जुन मोरवड़िया को मालवा और निमाड़ की हार वाली सीटें दी गई हैं। इन सीटों में सारंगपुर, सुसनेर, शुजालपुर, देवास, खातेगांव, बागली, खंडवा, पंधाना, बुरहानपुर, धार, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, रतलाम सिटी, मल्हारगढ़, नीमच और जाबद सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। इन 66 सीटों में से 40 सीटों पर पिछले तीन महीनों में पीसीसी चीफ कमलनाथ पहुंच चुके हैं और जिला पदाधिकारियों, मंडलम और सेक्टर प्रभारियों की बैठक ले चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ग्राउंड जीरो पर इन सीटों पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

इधर, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी 12 जून को जबलपुर से रोड शो और आमसभा संबोधित कर विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत करने जा रही है। इसके बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की आमसभाओं को लेकर पीसीसी, एआईसीसी से समन्वय कर कार्यक्रम तैयार कर रही है। इस बारे में अभी प्रारंभिक औपचारिक चर्चा ही हुई है। राहुल गांधी और खड़गे के प्रदेश में जुलाई, अगस्त के बाद आगे चुनाव तक के प्रोग्राम तैयार होंगे।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ 6 जून को मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर जिसमें सात साल पहले आंदोलनकारी किसानों की गोली लगने से मौत हो गई

Top