You are here
Home > Uncategorized > बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवान हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करेंगे

बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवान हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करेंगे

मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे पहलवान

नई दिल्ली – भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवान मंगलवार शाम 6 बजे हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करेंगे। ये पहलवान रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। रविवार को पुलिस से हुई झड़प के बाद ये जंतर-मंतर से लौट आए हैं।
रेसलर साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। साक्षी ने लिखा- हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है। फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी कोई सुध नहीं ली।
इस बीच, बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को अयोध्या में महारैली बुलाई है। इसमें संत भाग लेंगे। बृजभूषण और संतों का कहना है कि पॉक्सो एक्ट का फायदा उठाकर इसका दुरूपयोग किया जा रहा है।

साक्षी मलिक की पोस्ट की 5 बड़ी बातें

  1. हमें अपराध बना दिया, शोषण करने वाला ठहाके लगा रहा

क्या हमने मेडल इसलिए जीते थे कि तंत्र हमारे साथ घटिया व्यवहार करे। हमें घसीटे और फिर हमें ही अपराधी बना दे। क्या महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न पर इंसाफ मांगकर कोई अपराध किया है। पुलिस और तंत्र हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहा है। शोषण करने वाला खुली सभाओं में फब्तियां कसकर ठहाके लगा रहा है।

  1. राष्ट्रपति और PM को लौटाने पर मन नहीं माना
    मेडल लौटाने पर सवाल आया कि किसे लौटाएं?, हमारी राष्ट्रपति को, जो खुद एक महिला हैं, हमसे 2 किलोमीटर दूर बैठी हैं लेकिन कुछ नहीं बोलीं। प्रधानमंत्री ने हमें अपने घर की बेटियां बताया लेकिन एक बार भी सुध नहीं ली। उलटा नई संसद के उद्घाटन में शोषण करने वाले को बुलाया। क्या बेटियां सिर्फ नारे बनकर या सत्ता में आने भर का एजेंडा बनकर रह गई हैं।
  2. शोषण के खिलाफ बोलो तो जेल में डालने की तैयारी

यह मेडल अब हमें नहीं चाहिए क्योंकि इन्हें पहनाकर हमें मुखौटा बनाकर सिर्फ अपना प्रचार करता है। यह तेज सफेदी वाला तंत्र और फिर हमारा शोषण करता है। हम उस शोषण के खिलाफ बोले तो हमें जेल में डालने की तैयारी कर लेता है।

  1. मेडल पवित्र, मां गंगा ही सही जगह

जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था। ये मेडल सारे देश के लिए ही पवित्र हैं और पवित्र मेडल को रखने की सही जगह पवित्र मां गंगा ही हो सकती है, न कि हमें मुखौटा बना फ़ायदा लेने के बाद हमारे उत्पीड़क के साथ खड़ा हो जाने वाला हमारा अपवित्र तंत्र।

  1. लोग सोचें, वे बेटियों के साथ या उत्पीड़न करने वालों के?

अपवित्र तंत्र अपना काम कर रहा है और हम अपना काम कर रहे हैं. अब लोगों को सोचना होगा कि वह अपनी इन बेटियों के साथ खड़े हैं या इन बेटियों का उत्पीड़न करने वाले उस तेज सफ़ेदी वाले तंत्र के साथ।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा की अपील: मैडल न बहाएं पहलवान

हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा ने पहलवानों के फैसले पर कहा- देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से मेरी अपील है कि अपने मेडल गंगा में न बहाएं। आपको ये मेडल भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कृपा से नहीं मिले हैं अपितु वर्षों के तप और साधना से मिले हैं। निःसंदेह पिछले दिनों खिलाड़ियों साथ बेहद बर्बरतापूर्ण व्यवहार हुआ है। जिससे सारा देश दुखी है। ये वही भूमि है जहां एक नारी का चीरहरण करने का प्रयास किया गया था, परिणामस्वरूप महाभारत हुआ। सरकार को चेताना चाहता हूँ कि समय रहते अहंकार छोड़कर राजधर्म का पालन करते हुए खिलाड़ियों की आवाज़ सुने और उन्हें न्याय दिलाए।

Top