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भाजपा में बगावत… आलाकमान और मप्र सत्ता संगठन के प्रयास हुए फेल… दीपक जोशी थामेंगे हाथ

15 के बाद भाजपा में होगा बड़ा विस्फोट

पार्टी के एक सैकड़ा से अधिक वरिष्ठ नेता कर रहे सही समय का इंतजार

भोपाल – 2018 में हार के बावजूद भाजपा ने कांग्रेस में फूट डालकर 2020 में सत्ता तो हथिया ली, लेकिन अब उसका वही दांव उस पर उलटा पडऩे लगा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ और उसके बाद जितने विधायक कांग्रेस से भाजपा में आए थे, उससे दोगुना से अधिक सीटों पर अब भाजपा में बगावत के स्वर फूट रहे हैं। जहां पूर्व मंत्री दीपक जोशी शनिवार को कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं, वहीं 15 मई के बाद भाजपा में बड़ा विस्फोट होने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी की नीतियों से नाराज चल रहे नेता थोकबंद होकर भाजपा छोड़ेंगे।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि 2020 में जबसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की जोड़ी बनी है, तबसे जमीनी और मूल भाजपाईयों को दरकिनार कर दिया गया है। इससे पार्टी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता तो नाराज हैं ही, बड़ी संख्या में वर्तमान और पूर्व विधायक भी नाराज चल रहे हैं। उधर, भाजपा में नाराज चल रहे नेताओं को कांग्रेस में लाने के लिए कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, डॉ. गोविंद सिंह, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा, अजय सिंह राहुल और अरूण यादव जैसे कई दिग्गज लगे हुए हैं।


एक सैकड़ा से अधिक वरिष्ठ तैयार


भाजपा सूत्रों की मानें तो भाजपा में बगावत का बम फोडऩे के लिए एक सैकड़ा से अधिक वरिष्ठ नेता तैयार बैठे हैं। सभी मौके का इंतजार कर रहे हैं। बताया जाता है कि जैसे ही दीपक जोशी कांग्रेस का हाथ थामेंगे, सबके लिए रास्ता खुल जाएगा। एक वरिष्ठ नेता कम से कम अपने साथ हजार कार्यकर्ताओं को लेकर पार्टी छोड़ेगा। इससे चुनावी साल में भाजपा को बड़ा नुकसान होने की संभावना है।


विंध्य, महाकौशल के नेता कांग्रेस के संपर्क में


वैसे तो भाजपा में सभी वर्ग और सभी क्षेत्र के नेता अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, लेकिन सबसे अधिक विंध्य और महाकौशल में बगावत होने वाली है। सूत्र बताते हैं कि इंटेलीजेंस ने इस संदर्भ में सरकार को सचेत भी कर दिया है। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के बाद सत्ता और संगठन ने बगावत रोकने के लिए कोशिश तेज कर दी है। फिलहाल इसका असर होता नहीं दिख रहा है। गौरतलब है कि वर्तमान सरकार में विंध्य और महाकौशल को महत्व नहीं दिया गया है। इस कारण यहां के मूल भाजपाई अब कांग्रेस या अन्य किसी पार्टी में जगह तलाश रहे हैं।


सभी वर्ग के भाजपा नेता नाराज


भाजपा से लगभग सभी जाति और वर्ग के लोग नाराज हैं। लेकिन सबसे अधिक नाराजगी आदिवासी और ओबीसी वर्ग के नेताओं में है। इसकी वजह यह है कि सत्ता और संगठन ने इन दोनों वर्गों के लोगों को रिझाने के लिए योजनाएं तो खूब शुरू की हैं, लेकिन नेताओं को भाव नहीं दिया है। इसी तरह सवर्ण और दलित नेता भी पार्टी से नाराज हैं। सूत्रों का कहना है कि सवर्ण तो भाजपा से पूरी तरह नाराज हैं ही। इसी का परिणाम है कि विंध्य में भाजपा को सबसे बड़ी बगावत झेलनी पड़ सकती है। वहां की 30 सीटों पर ब्राह्मण सहित अन्य सवर्ण पार्टियों का दबदबा है।


कमलनाथ के बंगले में कांग्रेस का हाथ थामेंगे जोशी


पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे व पूर्व मंत्री दीपक जोशी को भाजपा संगठन कांग्रेस में जाने से रोकने में असफल रहा। जोशी को मनाने के लिए पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने मनाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने। अब शनिवार को दीपक जोशी कांग्रेस का दामन थामेंगे। जानकारी के अनुसार, दीपक जोशी शनिवार को सुबह 8.30 बजे देवास से रवाना होंगे। 10 बजे तक भोपाल पहुंचेंगे। जहां वो सबसे पहले 74 बंगले बी30 जाएंगे। वहां से अपने पिता व पूर्व सीएम कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर 11 बजे पीसीसी चीफ कमलनाथ के बंगला पहुंचेंगे और कांग्रेस का हाथ थामेंगे। पार्टी ज्वाइन करने के बाद कांग्रेस दफ्तर के लिए रवाना होंगे। जहां पूर्व सीएम कैलाश जोशी की तस्वीर लगाएंगे। दीपक जोशी के साथ पूर्व जिला अध्यक्ष और कई पदाधिकारी भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे।


सिंधिया के आने से भाजपा की हालत हुई खराब: शेखावत


पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बोला है। उन्होंने कहा है कि मप्र में भाजपा की खराब हालत के लिए सिंधिया जिम्मेदार हैं और भाजपा में अब जमीनी कार्यकर्ता और असली नेताओं की पूछ परख खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा में कांग्रेसियों के आने से जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है। बाहर से आए कांग्रेसियों ने पार्टी के अंदर पार्टी बना ली है और इसके बाद प्रदेश में भाजपा की राह मुश्किल दिख रह रही है। इतना ही नहीं, वे ये तक कह गए कि पिछले चुनाव में भाजपा की हार का कारण खुद भाजपा के नेता थे। इस तरह एक बार फिर उनके बगावती बोल सुनने को मिले हैं।


सिंधिया के साथ आए लोगों ने खुली लूट मचा दी


उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी में इसी तरह चलता रहा तो आने वाला समय भाजपा के लिए मध्यप्रदेश में मुश्किल होगा। यदि सिंधिया के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाई गई होती तो आज भारतीय जनता पार्टी की स्थिति बहुत मजबूत होती। उन्होंने कहा कि सिंधिया के आने के बाद भाजपा की जमीन खोखली हो गई, सिद्धांत छूट गए। इससे पहले कभी भाजपा नेताओं पर इतने भ्रष्टाचार के आरोप नहीं सुने, लेकिन सिंधिया के साथ जो लोग आए हैं उन्होंने खुलेआम लूट मचा रखी है।

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