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शिवराज सरकार ने मप्र पर 3.30 लाख करोड़ का कर्ज लाद दिया, कर्ज से ठकेदारों को बड़े-बड़े कमीशन मिले: कमलनाथ

कांग्रेस सरकार आने पर प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार करने वाले जनस्वास्थ्य रक्षकों का विशेष ध्यान रखा जायेगा: कमलनाथ

भोपाल – प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ ने आरोप लगाया है शिवराज सरकार ने नौकरियों में कार्यरत कर्मचारियों के साथ अन्याय किया है, जन स्वास्थ्य रक्षकों को उनका अधिकार नहीं दिया। आउटसोर्स कर्मी, अतिथि शिक्षक, आशा-उषा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी, रसोईया आदि सभी कर्मचारी वर्ग प्रदेश की भाजपा सरकार में हताश और निराश है, उन्हें न्यूनतम वेतन नहीं मिल रहा, उनकी नौकरी में कोई सुरक्षा नहीं, पीएफ, ईएसआई जैसी सुविधाओं से लाखों अस्थायी कर्मचारी वंचित हैं।
कमलनाथ ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में इस वर्ग को अपना हिसाब शिवराज सरकार से लेना है। यह आपको तय करना है कि कर्मचारियों के साथ अन्याय करने वाली सरकार को कैसे जवाब देना है?
मप्र आउटसोर्स अस्थायी एवं संविदा कर्मचारी कांग्रेस का सहयोगी संगठन प्रांतीय जन स्वास्थ्य रक्षक संगठन मप्र द्वारा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर में आयोजित प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस सरकार बनते ही अन्याय को समाप्त कर जनस्वास्थ्य रक्षकों के साथ न्याय किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज हर वर्ग परेशान है, यह भटकता हुआ नौजवन बहुत बड़ी चुनौती है हमारे सामने, यही नौजवान मप्र का निर्माण करेंगे, पर इनका भविष्य अंधेरे में रहा तो मप्र का कैसे निर्माण होगा? उन्होंने कहा कि आज आप खुद को बचाना चाहते है या भाजपा को?
कमलनाथ ने बताया कि आज 3 लाख 30 हजार करोड़ का कर्ज मप्र पर है। भाजपा ने यह कर्ज क्या जन स्वास्थ्य रक्षकों, आउटसोर्स, आशा कार्यकर्ताओं, अतिथि शिक्षकों के लिये लिया? नहीं। इन्होंने कर्ज लेकर अपने ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया।
श्री नाथ ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकाल था, हमने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया, शिवराज जी मुंह चलाने में माहिर हैं, मुंह चलाने से प्रदेश नहीं चलता, शिवराज जी कहते हैं एक लाख नौजवानों को रोजगार मिलेगा, मैं तो कहता हूं जो खाली पद हैं पहले उनको भर दीजिए।
जन स्वास्थ्य रक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश पांडे ने कहा कि मप्र की भाजपा सरकार ने इस वर्ग के अधिकारांे का हनन किया है। हमें झोलाछाप की उपमा देकर अपमानित किया है, जबकि हम लोग प्रशिक्षित डॉक्टर है जो ग्रामीण क्षेत्र में जाकर एक अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए सजग और सक्षम रहकर कार्य करते है। कोरोना महामारी के दौर में इस वर्ग ने अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर हर वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर उनकी सेवा की।
मप्र कांग्रेस आउटसोर्स संविदा कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय मप्र में बेरोजगारी नहीं थी, कांग्रेस सरकार ने जन स्वास्थ्य रक्षक, संविदा प्रेरक, विद्युत कर्मी, पंचायत कर्मी, शिक्षा कर्मी जैसे अनेक पदों पर लाखों युवाओं को रोजगार देकर उनका भविष्य संवारा था, वहीं शिवराज सरकार ने इनमें से अधिकाश वर्गों के रोजगार छीनकर उन्हें बेरोजगार कर दिया, आने वाले विधानसभा चुनाव में हम सबको शिवराजसिंह सरकार से हिसाब चुकाना है। संगठन के प्रदेश महामंत्री जीवन लाल सेन ने संचालन किया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी चंद्रप्रभाष शेखर, राजीव सिंह, प्रकाश जैन, अशोक सिंह, जे.पी. धनोपिया, गुरमीत सिंह मंगू, सुश्री संगीता शर्मा और संगठन के पदाधिकारीगण जीवनलाल सेन, पूर्णानंद त्रिपाठी, चंद्रकांत प्रजापति, उदयभान सिंह लोधी, कांशीराम शर्मा, सुबोध मिश्रा, राजमणि सिंह परिहार, डॉ. सत्येन्द्र राय, शिवनारायण गुर्जर, दयाल सिंह जादौन, सुषमा पांडे, डॉ. राजेश राय सहित प्रदेश भर से आये हजारों की संख्या में जन स्वास्थ्य रक्षक उपस्थित थे।

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