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12 टेक्नीशियन ने 30 दिन में ठीक किया; 10 फीट ऊंची लहरों ने आधा डुबो दिया थाभोपाल के बड़े तालाब में क्रूज की सैर फिर शुरू

भोपाल. बोट क्लब यानी बड़े तालाब की शान ‘लेक प्रिंसेस’ क्रूज आज फिर से लोगों को लहरों की सैर कराने के लिए तैयार हो गया है। 22 अगस्त को हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण यह आधा पानी में डूब गया था। इसे सुधरने के लिए 12 टेक्नीशियन की टीम ने करीब 30 दिन में इसे तैयार किया। इस पर कुल 25 लाख रुपए खर्च हुए। पर्यटन निगम के अध्यक्ष विनोद गोंटिया एवं एस विश्वनाथन की उपस्थिति में इसे शुरू किया गया।

22 अगस्त की सुबह आधा डूब गया था

22-23 अगस्त को राजधानी में हुई मूसलाधार बारिश में क्रूज के डूबने का वीडियो शहर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों ने देखा था। भोपाल में 24 घंटे में ही 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। समंदर में जहाज की तरह भोपाल की झील में 25 साल में पहली बार इस तरह की लहरें उठी थीं। क्रूज एक्सपर्ट ने बताया कि यह बारिश बंगाल की खाड़ी से आए डिप्रेशन सिस्टम के कारण हुई थी।

एक्सपर्ट के मुताबिक 22 अगस्त को हवा की रफ्तार और बारिश की इंटेंसिटी दोनों सामान्य से बहुत ज्यादा थी। उस वक्त हवा की रफ्तार 64 किमी/घंटे थी। इस कारण बड़े तालाब में उठने वाली लहरें 10 फीट से भी ऊंची थी। यही लहरें बोट क्लब में खड़ी बोट्स को भी बहा ले गईं और क्रूज के अंदर भी पानी भरना शुरू हो गया। लगातार उठने वाली लहरों के कारण पानी भरता गया और क्रूज एक तरफ से आधा डूब गया।

25 साल बाद लहरें इतनी ऊंची उठीं

एक्सपर्ट ने बताया कि गर्मी के दिनों में जब बड़े तालाब में पानी कम होता है, तो उसका फैलाव 18 -19 स्क्वायर किलोमीटर रहता है। फुल टैंक यानी 1666.80 के ऊपर होते ही लेक का दायरा 36 से 52 स्क्वायर किलोमीटर तक पहुंच जाता है। कुछ ऐसे ही हालात बने, जब तालाब का पानी लबालब हो चुका था। बड़ी लहरें उठने की वजह भी यही थी।

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