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इंदौर में आचार संहिता से आचार संहिता तक:5 माह पहले 5 बड़ी घोषणाएं हुईं

न इंदौर-उज्जैन मेट्रो प्रोजेक्ट बना, न मेट्रोपॉलिटन सिटी पर बात हुई

इंदौर – 9 अक्टूबर 2023 को विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने एक साथ 53 हजार करोड़ के 12 हजार 118 कामों का भूमिपूजन/शिलान्यास किया था। 2073 कामों का लोकार्पण भी हुआ था। तब इंदौर के लिए भी बड़ी घोषणाएं हुई थीं। अब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता भी लग चुकी है, लेकिन इंदौर के लिए हुई घोषणाओं में ज्यादातर चुनावी वादे बनकर ही रह गईं। धरातल पर किसी तरह का काम नजर नहीं आया।

  1. 30 सितंबर 2023 को इंदौर में मेट्रो ट्रेन ट्रायल रन के मौके पर तत्कालीन सीएम ने कहा था 2028 के सिंहस्थ में शाही स्नान करने मेट्रो से जाएंगे। इंदौर में 6 महीने में मेट्रो ट्रेन में यात्री सेवा शुरू करेंगे। मेट्रो को पीथमपुर तक ले जाएंगे।
    हकीकत : इंदौर-उज्जैन मेट्रो ट्रेन का प्रोजेक्ट अभी कागज पर नहीं आया। नए सीएम ने इंदौर-उज्जैन रोड को सिक्स लेन करने का निर्णय जरूर लिया। इंदौर मेट्रो का कमर्शियल रन जुलाई तक होना है। हालांकि काम जिस गति से पहले चल रहा था, उसके मुकाबले अब 50 फीसदी रफ्तार रह गई है।
  2. इंदौर को मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाएंगे।
    हकीकत : 16 अक्टूबर 2023 को बैठक होना थी। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगी, चुनाव भी हो गए। उसके बाद से अब तक न बैठक हुई, न किसी तरह की चर्चा।
  3. महाकाल लोक की तर्ज पर लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन का विकास होगा।
    हकीकत : काम तेज गति से चल रहा है।
  4. इंदौर को ट्रैफिक फ्री सिटी बनाएंगे।
    हकीकत : 4 फ्लायओवर का काम चल रहा है। 4 फ्लायओ‌वर का काम शुरू होने वाला है। इसके बावजूद सुपर कॉरिडोर पर ट्रैफिक सर्विस रोड पर चल रहा है। सुखलिया से विजय नगर, रेडिसन, चंद्र नगर, खजराना, फूटी कोठी, भंवरकुआं, हरसिद्धि, जूनी इंदौर क्षेत्र की सड़कों की हालत खराब है।
  5. इंदौर में जीएसटी ट्रिब्यूनल के लिए केंद्र को प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्ताव भेजेंगे।
    हकीकत : प्रस्ताव तो भेजा है, लेकिन अब तक कोई निर्णय इंदौर के पक्ष में नहीं हुआ।
  6. गांधी नगर में रजिस्ट्रियां शुरू होंगी।
    हकीकत : साल 2007 से रुकी रजिस्ट्रियों पर अभी भी राेक है। पंजीयन विभाग का कहना है 100 एकड़ से ज्यादा जमीन पहले साेसायटी के नाम थी, अब शासन के नाम है। गरीबों के आवास के लिए दी गई थी जमीन, लेकिन बड़े-बड़े प्लॉट काटकर बेच
    दिया गया। कुछ जमीन वन विभाग की है। उसका भी विवाद है। राजस्व विभाग और हाई कोर्ट से भी रोक है।
  7. नंदानगर, पाल कांकरिया, मूसाखेड़ी, शिवनगर में सीएम राइज स्कूल बनेंगे।
    हकीकत : मूसाखेड़ी में काम शुरू नहीं हुआ। बाकी जगह काम शुरू हुआ, लेकिन अब तक 10 से 20 प्रतिशत ही काम हुआ है।
  8. तिलक नगर से रिंग रोड सड़क 6 महीने में तैयार हो जाएगी।
    हकीकत : 5 महीने हो गए, अभी सड़क बनना बाकी है। पुराने विवाद अब भी चल रहे हैं। इस सड़क के बनने से एमजी रोड का ट्रैफिक सीधे रिंग रोड से जुड़ सकेगा।
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