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महिला SDM को धमकाने गए BJP के पूर्व MLA का फूटा गुस्सा, तू मुझे मत सिखा, दफा हो जा यहां से

उज्जैन। सत्ताधारी दल के नेताओं द्वारा अधिकारियों को डराना, धमकाना और उनके साथ अभद्रता करना आम हो गया है। अधिकांश अधिकारी इस तरह के व्यवहार के आदि हो जाते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के उज्जैन की एक महिला एसडीएम ने कुछ ऐसा किया जो देशभर के अधिकारियों के लिए एक मिसाल है। दरअसल, बीजेपी के पूर्व विधायक महिला एसडीएम को धमकाने पहुंचे थे, लेकिन एसडीएम ने उन्हें ऐसी लताड़ लगाई कि वे उल्टे पांव भाग निकले।

मामला उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर बड़नगर का है। यहां बंगरेड ग्राम में बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। ग्रामीणों के घरों में पानी घुस आया था। चार दिनों से ग्रामीण बेहद परेशान थे और उन्होंने एसडीएम निधि सिंह से इसकी शिकायत की थी। सूचना मिलते ही एसडीएम निधि सिंह दल बल के साथ ग्रामीणों की मदद करने वहां पहुंच गईं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक मदन नागर नाम के एक व्यक्ति द्वारा पानी निकासी रोक दिया गया था जिस कारण घरों में पानी भर रहा था। एसडीएम निधि सिंह मंगलवार को पानी निकासी के रास्ते में आ रही बाधा को हटवाने पहुंची थी। वहां जब जेसीबी से अवरोध हटाया जा रहा था तभी बीजेपी के पूर्व विधायक शांतिलाल धाबाई अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। बीजेपी नेता ने एसडीएम को आदेश दिया कि वह पानी को दूसरी जगह से पाइप डालकर निकालें।

निधि सिंह ने जब उनकी बातों को अनसुना कर दिया था वे अभद्रता पर उतर आए। इतना ही उन्होंने सत्ता की धौंस दिखाते हुए नौकरी से हटवाने तक की धमकी दे डाली। इस बात पर एसडीएम को भी गुस्सा आ गया। निधि सिंह ने पूर्व एमएलए को फटकारते हुए कहा कि, ‘तू होता कौन है? मुझे मेरा काम मत सिखा। चल दफा हो जा यहां से।’ सार्वजनिक रूप से महिला अधिकारी द्वारा फटकार लगते ही बीजेपी नेता सकपका गए और उल्टे पांव वहां से वापस लौट गए।

ग्रामीण भी इस दृश्य को देखकर हैरान थे। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय है कि एक दबंग छवि वाले सत्ताधारी दल के नेता को सरकारी अधिकारी ने लताड़ दिया। बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक ने निधि सिंह की शिकायत सीएम शिवराज सिंह चौहान से की है। बहरहाल, अब देखना यह होगा कि ग्रामीणों की समस्या का निपटारा करने पर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा या सत्ताधारी दल के नेता को सबक सिखाने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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