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भाजपा ने सिंधी समाज के लिए कुछ नहीं किया: कमलनाथ

भोपाल। सिंधी समाज का अधिकांश व्यक्ति व्यवसाय से जुड़ा और मेहनती होता है, इस वर्ग में कोई भी व्यक्ति मजदूर नहीं मिलेगा। अपनी मेहनत से अपना बिजनेस खड़ा करता है। सिंधी समाज केवल सिंधी समाज तक सीमित नहीं है, उससे कई समाज के लोग जुड़े होते हैं। भाजपा के लोग केवल इस समाज का उपयोग करते हैं लेकिन आज तक इस समाज के लिए किया कुछ नहीं है। हमारा व्यापार, धंधा सही चलेगा तो प्रदेश और देश की आर्थिक गतिविधि बनेगी लेकिन इस भ्रष्ट भाजपा राज में कोई उद्योगपति प्रदेश में निवेश करने को तैयार नहीं है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने म.प्र.कांग्रेस राज्य स्तरीय सिंधी कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित प्रांतीय सम्मेलन आज यह बात कही।

कमलनाथ ने सिंधि समाज के प्रतिनिधियों के प्रांतीय सम्मेलन में खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सिंधी समाज ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर कांग्रेस को सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में कितनी जातियां, है, कितने धर्म, कितने त्यौहार है, कितनी रस्में और रीति-रिवाज है, कितनी भाषाएं हैं लेकिन फिर भी सभी धर्मों के लोग एक झंडे के नीचे खड़े हैं। इसका कारण यह है कि भारत की संस्कृति दिल जोडऩे, रिश्ते जोडऩे और भाईचारे की संस्कृति है और जो भारत की संस्कृति है वहीं कांग्रेस की संस्कृति है। आज उसी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है। संविधान के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। हमारा संविधान खतरे में है। यदि हमारे देश का संविधान गलत हाथों में चला जाएगा तो आने वाली पीढिय़ों का भविष्य क्या होगा।

पूर्व सीएम ने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है? प्रदेश के नौजवानों का भविष्य अंधकार में रहेगा तो प्रदेश का नवनिर्माण कैसे होगा? प्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में नंबर एक पर है, बेरोजगारी में नंबर वन है, किसानों पर अत्याचार में नंबर वन, भ्रष्टाचार में नबंर वन पर है। कुपोषण घोटाला हाल ही में सामने आया है। सबसे ज्यादा कुपोषण घोटाला शिवपुरी में हुआ और मोदी जी वहां चीते के कार्यक्रम में जा रहे हैं। क्या यही हमारे प्रदेश की तस्वीर है?समिति ने कमलनाथ से आग्रह करते हुए कहा कि सिंधी विस्थापितों को धारित जमीन के पटटे देनें का काम आज भी लंबित है, सिंधी भाषा के शिक्षकों के सभी पद समाप्त कर दिये गये हैं, प्रदेश के कई शहरों के नागरिकता के मामले मंत्रालय के गृह विभाग सहित इन्दौर और भोपाल में लंबित हैं, इस सभी समस्याओं के निराकरण सहित समाज के योग्य नेताओं को प्रदेश संगठन और आगामी चुनावों में कांग्रेस सरकार बनने पर उचित प्रतिनिधित्व दिया जाये।

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