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भाजपा नेत्री किरण कुशवाह की कोरोना संक्रमण से मौत

  • पति का आराेप- 20 मिनट नर्स से गुहार लगाते रहे कि डॉक्टर को बुला दो, डॉक्टर आए तब तक हो गई पत्नी की मौत।

भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष किरण कुशवाह की मंगलवार तड़के मौत हो गई। शाम को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। महिला के पति ने अपनी पत्नी की मौत के मामले में जिला अस्पताल के डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। शक्तिपुरम खुडा निवासी महिला नेत्री के पति हरिओम कुशवाह का आरोप है कि पत्नी को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने पर सोमवार की शाम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। मंगलवार तड़के अचानक तबीयत बिगड़ने पर बीस मिनट तक नर्स से गुहार लगाते रहे कि डॉक्टर को बुला दो लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब तक डॉक्टर आए तब तक उनकी प्राण निकल चुके थे।

वहीं जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड प्रभारी चिकित्सक का कहना है कि उनकी हालत ज्यादा खराब थी और सभी लोग वार्ड में ही थे इसलिए यह आरोप सही नहीं हैं।

कोविड-19 की जांच के इंतजार में परिजन को नहीं दिया शव, शाम काे रिपाेर्ट पॉजिटिव आई: जिला अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को महिला का शव नहीं सौंपा। चूंकि महिला को सांस लेने में तकलीफ थी इसलिए उनकी कोविड जांच होना भी आवश्यक थी। डॉक्टर्स की मानें तो सोमवार शाम 5 बजे के बाद वह भर्ती हुई और मंगलवार सुबह 5 बजे उनकी मौत हो गई। उनका कोराेना का सैंपल लिया गया। रिपोर्ट के इंतजार में परिजन को शव दोपहर तक नहीं सौंपा गया। जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो परिजनों के बजाय नपा और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ही शव का अंतिम संस्कार किया।

एक दिन पहले ही बुखार नापने के लिए थर्मामीटर न होने की बात कही थी

जिला चिकित्सालय में एक दिन पहले ही सोमवार को यहां भर्ती मरीजों ने शुगर जांच के लिए ग्लूकोमीटर न होने और टेम्प्रेचर लेने के लिए थर्मामीटर न होने की बात कही थी। इस मामले में कलेक्टर अक्षय कुमार ने मामले की जांच कराने के लिए कहा है। घटना को पूरे 24 घंटे भी नहीं हुए कि सांस लेने में तकलीफ की परेशानी से भर्ती हुई मरीज किरण के परिजनों ने अब अस्पताल के पेरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर पर समय पर उपचार न करने का आरोप लगाया है।

डॉक्टर तो आइसोलेशन वार्ड में ही रहते हैं

एक दिन पहले शाम 5 बजे मरीज को भर्ती कराया था और अलसुबह 5 बजे के करीब उनकी मौत हो गई। हम हर पहलू की जांच करा रहे हैं। जहां तक चिकित्सकों के न आने की बात कही जा रही है तो यह गलत है क्योंकि चिकित्सक तो आइसोलेशन वार्ड में ही डयूटी पर रहते हैं। डॉ केवी वर्मा, इंचार्ज आइसोलेशन, वार्ड प्रभारी

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