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सर्राफा बाजार : सोना और चांदी की कीमत में दर्ज की गई कमजोरी

नई दिल्ली। शादी के सीजन की खरीदारी के बावजूद वैश्विक कमजोरी की वजह से मंगलवार को भारतीय सर्राफा बाजार में भी गिरावट का रुख बना रहा। घरेलू सर्राफा बाजार में सोना और चांदी दोनों चमकीले धातुओं की कीमत में आज कमजोरी दर्ज की गई। सोने की कीमत में आज अलग-अलग श्रेणियों में 393 रुपये प्रति 10 ग्राम से लेकर 230 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की नरमी देखी गई। इसी तरह चांदी में भी आज 1,200 रुपये से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिसकी वजह से ये चमकीली धातु 65 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर से भी नीचे गिर गई।

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक घरेलू सर्राफा बाजार में आज कारोबारी यानी 24 कैरेट (999) सोने की औसत कीमत 393 रुपये की गिरावट के साथ नरम होकर 53,461 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) हो गई। इसी तरह 23 कैरेट (995) सोने की कीमत भी 391 रुपये की कमजोरी के साथ 53,247 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) हो गई। जेवराती यानी 22 कैरेट (916) सोने की कीमत में आज 360 रुपये प्रति 10 ग्राम की नरमी दर्ज की गई। इसके साथ ही 22 कैरेट सोना 48,970 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा 18 कैरेट (750) सोने की कीमत आज प्रति 10 ग्राम 295 रुपये लुढ़क कर 40,096 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गई। 14 कैरेट (585) सोना आज 230 रुपये कमजोर होकर 31,275 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गया।

सर्राफा बाजार में सोने की तरह ही चांदी की कीमत में भी आज गिरावट दर्ज की गई। आज के कारोबार में चांदी (999) की कीमत 1,226 रुपये प्रति किलोग्राम टूट गई। इस गिरावट के कारण ये चमकीली धातु आज लुढ़क कर 65 हजार रुपये के स्तर से भी नीचे 64,538 रुपये प्रति किलोग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गई।

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैश्विक दबाव के कारण घरेलू सर्राफा बाजार में अभी लगातार उथल पुथल का माहौल बना हुआ है। शादी के सीजन की वजह से सर्राफा बाजार को कुछ सहारा जरूर मिला है, लेकिन अभी बाजार में जो भी खरीदारी हो रही है, वो सिर्फ शादी के सीजन के लिए की जाने वाली व्यक्तिगत खरीदारी ही है। बड़े निवेशक नकारात्मक वैश्विक माहौल की वजह से अभी भी दूरी बनाए हुए हैं। इसलिए छोटे निवेशकों को फिलहाल अपनी निवेश योजनाओं को लेकर काफी सतर्क रहना चाहिए। मौजूदा परिस्थितियों में छोटे निवेशकों को हर गिरावट पर अपने निवेश सलाहकार से विचार विमर्श करने के बाद ही निवेश करना चाहिए।

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