मुख्यमंत्री शिवराज ने हेलीकॉप्टर से लिया बाढ़ के हालात का जायजा MP by mpeditor - August 23, 20220 विदिशा। जिले में विगत दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के बाद जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। बारिश के कारण बेतवा खतरे का निशान से उपर बह रही है और उसके जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को हेलीकॉप्टर से जिले के दो विधानसभा क्षेत्रो का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ की स्थित का जायजा लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने नटेरन, शमशाबाद क्षेत्र के कई गांव को देखा और इसके बाद गंजबासौदा के संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय परिसर से राहत शिविरों का निरीक्षण कर पीड़ितों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि विपदा की घड़ी में प्रदेश सरकार आपके साथ है और जो भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद मुख्यमंत्री नाव पर सवार होकर छोटे सिरावदा गांव पहुंचे, जहां लगभग 300 घरों की बस्ती जलमग्न हो गई है। राहत कार्य सतत रूप से चल रहा है। पास के गांव ईसकावली भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया। इन दोनों गांवों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। बताया गया कि बाढ से विदिशा शहर क्षेत्र के कई इलाके जल मग्न हैं। लगभग 4 हजार लोगों को घरों से निकालकर राहत शिविरों में रखा गया है। प्रशासन और समाजसेवियों द्वारा भोजन और रूकने की व्यवस्था की गई है। विधायक शंशाक भार्गव ने शिविर में पहुॅचकर पीड़ितों को खाने की व्यवस्था कराई, वहीं भाजपा नेता मुकेश टंडन भी प्रभावित इलाको में पहुॅचकर राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। जिले में लगभग बाढ से 100 गांव प्रभावित हुए हैं, जिसमें नटेरन के 14, कुरवाई के 22, शमशाबाद के 16, गुलाबगंज का एक, त्यौदा के 6, सिरोंज का 1, बासौदा में 5 और विदिशा में 33 गांव शामिल हैं, जहां बाढ़ का पानी भरा हुआ है। नदियों का बढता जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने अभी भी सर्तकता बरतने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा विदिशा शहर में पानी अंदर बाजार में भर गया है। बुजुर्गों का कहना है कि 1977 में बाढ के हालात ऐसे थे जो इस बार देखने को मिल रहे हैं।