दिग्विजय सिंह मां बंगलामुखी के दरबार मे पहुंचे News by mpeditor - August 26, 2020August 26, 20200 इस बार कांग्रेस सदस्यता अभियान और उपचुनाव से पहले दिग्विजय सिंह बगलामुखी मंदिर में दर्शन के लिए आए हैं। मां बगलामुखी के बहुत भक्त हैं। इनमें बड़ी तादाद नेताओं की है। दतिया का पीतांबरा शक्तिपीठ हो या आगर और जबलपुर स्थित बगलामुखी देवी का मंदिर। यहां बड़ी संख्या में आम जनता और नेता अपनी मन्नत लेकर पहुंचते हैं। आज जबलपुर में माता के दरबार में पूर्व सीएम और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह पहुंचे। उपचुनाव की बेला में उनका यहां पहुंचना मायने रखता है। ग्वालियर चंबल अंचल सहित प्रदेश के अन्य उपचुनाव वाली सीटों पर दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियों की साख जुड़ी हुई है। दोनों ही राजनीतिक दल साम दाम दंड भेद की रणनीति अपनाकर किसी भी तरह अपनी नैया पार कराने में जुटे हुए हैं। इस मंदिर का खास महत्व दो दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक बार फिर मां बगलामुखी के दर्शन करने उनके दरबार पहुंचे। उन्होंने यहां मां का पूजन पाठ कर आरती की और ध्यान मग्न होकर मां का आशीर्वाद लिया। देवी के दर्शन के पीछे क्या मूल वजह है यह तो दिग्विजय ने नहीं बताया लेकिन उपचुनाव का जिक्र उन्होंने जरूर किया। प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा यह चुनाव कांग्रेस हर हाल में जीतेगी क्योंकि बीजेपी कार्यकर्ताओं में ज़बरदस्त नाराजगी फैली हुई है। हाल ही में ग्वालिर-चंबल में हुए सदस्यता अभियान पर भी उन्होंने चुटकी ली। दिग्विजय सिंह ने हंसते हुए कहा 76000 कार्यकर्ताओं की सदस्यता किसी बड़े मजाक से कम नहीं। बीजेपी को कार्यकर्ताओं की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए। जब जब पहुंचे मां के दरबार कुछ खास हुआ दिग्विजय सिंह भी बगलामुखी के भक्त हैं। इससे पहले भी वो यहां देवी के दर्शन करने पहुंचे हैं। हर बार उसके पीछे कोई न कोई बड़ी वजह जरूर छुपी हुई होती है। आस्था के साथ साथ राजनैतिक रूप से दिग्विजय सिंह की देवी भक्ति हर बड़े काम के पहले देखने को मिलती है। नर्मदा परिक्रमा यात्रा हो या 2018 का विधानसभा चुनाव। हर बार अपना काम शुरू करने से पहले दिग्विजय सिंह बगलामुखी के दर्शन करने ज़रूर आते हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी दिग्विजय सिंह यहां आते रहे हैं। अब जब ग्वालियर चंबल अंचल में होने जा रहे उपचुनाव के लिए आज से कांग्रेस का सदस्यता अभियान शुरू हुआ है तो कांग्रेस खेमे के बड़े नेता का बगलामुखी के दरबार पहुंचना सियासी मायनों में खास माना जा रहा है।