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दिग्विजय सिंह ने कहा “राजीव गांधी भी चाहते थे राम मंदिर बने”

  • सिंह ने एक बार फिर कहा- ये सीधे-सीधे धार्मिक भावनाओं और मान्यताओं से खिलवाड़ है।
  • देश के 90% से भी ज्यादा हिंदू मुहूर्त, ग्रह दशा, ज्योतिष आदि धार्मिक विज्ञान को मानते हैं।

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज फिर राम मंदिर के शिलान्यास की तारीख को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी भी चाहते थे कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बने और राम लला वहां विराजें। हमारी आस्था के केंद्र भगवान राम ही हैं, 5 अगस्त को कोई मुहूर्त नहीं है। रही बात मुहूर्त की तो इस देश में 90% से भी ज्यादा हिंदू ऐसे होंगे, जो मुहूर्त, ग्रह दशा, ज्योतिष, चौघड़िया आदि धार्मिक विज्ञान को मानते हैं। मैं तटस्थ हूं इस बात पर कि 5 अगस्त को शिलान्यास का कोई मुहूर्त नहीं है। ये सीधे- सीधे धार्मिक भावनाओं और मान्यताओं से खिलवाड़ है।

दिग्विजय सिंह का ट्वीट-

पहले भी मुहूर्त को लेकर सवाल कर चुके

दिग्विजय सिंह ने दो दिन पहले राममंदिर के मुख्य पुजारी समेत 14 लोगों के कोरोना पॉजिटिव आने पर कमेंट्स किया था। उन्होंने कहा था कि अब बताओ मुहूर्त सही है या गलत? अब बताओ शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वतीजी सही हैं या गलत? इससे पहले स्वरूपानंद ने 5 अगस्त को कोई मुहूर्त नहीं होने पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद दिग्विजय ने भी इसी बात को दोहराया था।

पीसी भाई जल्दी ठीक हो जाएं

दिग्विजय ने कोरोना पॉजिटिव आए कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। कहा- पीसी इतने लोगों से मिलते थे, इसका अंदाजा शायद उन्हें खुद को भी नहीं होगा। फिर भी उनके परिवारजन और उनके निकट रहने वालों को थोड़ा बहुत भी कोरोना के लक्षण हैं, उन्हें टेस्ट करा लेना चाहिए।

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