दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर IT छापों के विरोध में विदेशी मीडिया Nation by mpeditor - July 23, 2021July 23, 20210 नई दिल्ली- अमेरिका स्थित एक मीडिया समिति ने भारत के मशहूर मीडिया समूह ‘दैनिक भास्कर’ और टीवी चैनल ‘भारत समाचार’ के परिसरों पर आयकर छापे की निंदा की है. उसने कहा कि भारत को सरकार की आलोचना करने वाले मीडिया घरानों को ‘‘डराने’’ के लिए ऐसी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. ‘कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स’ (सीपीजे) ने कहा कि भारत को प्रेस की स्वतंत्रता की अपनी लंबी परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहिए और ‘‘पत्रकारों को सार्वजनिक हित के मामलों पर स्वतंत्र रूप से खबरें देने की अनुमति देनी चाहिए.’’ भारत में मीडिया समूह के परिसरों पर छापेमारी का मामलागौरतलब है कि आयकर विभाग ने कथित कर चोरी के मामले पर कई राज्यों में ‘दैनिक भास्कर’ और ‘भारत समाचार’ के परिसरों पर छापेमारी की है. दैनिक भास्कर की 12 राज्यों में पकड़ है और समाचार पत्र के अलावा उसका अपना रेडियो स्टेशन, वेब पोर्टल के साथ मोबाइल ऐप भी है. उसके परिसरों पर गुरुवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे छापेमारी की गई जो देर शाम तक विभिन्न राज्यों में 30 स्थानों पर कार्यवाही चलती रही. अमेरिकी मीडिया समिति ने भारत सरकार को दी नसीहतवहीं, ‘भारत समाचार’ और उसके प्रवर्तकों, कर्मचारियों के परिसरों पर उत्तर प्रदेश में छापे मारे गए. सीपीजे के एशिया कार्यक्रमों के समन्वयक स्टीवन बटलर ने कहा, ‘‘दैनिक भास्कर और भारत समाचार के परिसरों पर आयकर विभाग के छापों का इस्तेमाल… भारत सरकार की आलोचना करने वाले मीडिया घरानों को डराने-धमकाने के उद्देश्य से की गई कार्यवाही स्पष्ट रूप से एक घटिया रणनीति है और इसे रोके जाने की आवश्यकता है.’’ उन्होंने बताया, ‘‘भारत को प्रेस की स्वतंत्रता की अपनी लंबी परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहिए, इन जांचों को बंद करना चाहिए और पत्रकारों को सार्वजनिक हित के मामलों पर स्वतंत्र रूप से खबरें देने की अनुमति देनी चाहिए.’’ उन्होंने भारतीय अधिकारियों से तुरंत मीडिया समूह दैनिक भास्कर के कार्यालयों और उसके प्रबंध निदेशक के घर पर कब्जा छोड़ने की मांग की और ‘दैनिक भास्कर’ तथा ‘भारत समाचार’ के कर्मचारियों को परेशान करने से रुकने की नसीहत दी.’’ गौरतलब है कि ‘दैनिक भास्कर’ और ‘भारत समाचार’ देश में कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर सरकार की काफी आलोचना करते रहे हैं और वैश्विक महामारी के दौरान लोगों की परेशानियों और अधिकारियों की विफलता पर कई खबरें की हैं. देशभर में की गई छापेमार कार्यवाही की बड़े पैमाने पर आलोचना की जा रही है. हालांकि, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आयकर विभाग की कार्यवाही में सरकार के हस्तक्षेप से इंकार किया है.