पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर उठाए सवाल, कहा – यह कैसी कानून व्यवस्था है ? Politics by mpeditor - September 29, 2020September 29, 20200 पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर उठाया सवाल।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे मामले की न्यायिक जांच के निर्देश दिए। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले सतना जिले के सिंहपुर में पुलिस हिरासत में ग्रामीण की मौत के बाद मचे बवाल ने प्रदेश में सियासी हलचल भी बढ़ा दी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले को लेकर पुलिस और प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उधर, सतना में कांग्रेस और बीजेपी एक मंच पर आ गए और दोनों पीड़ित परिवार के साथ खड़े नज़र आए। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि-यह कैसी कानून व्यवस्था है। उन्होंने मृतक का शव लेने पहुंचे परिवार पर लाठीचार्ज की निंदा की। उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। परिजन व ग्रामीण शव लेने व घटना का विरोध करने जब थाने पहुँचे तो उन पर बर्बर तरीक़े से लाठीचार्ज किया गया , उन्हें शव भी नहीं दिया जा रहा है।मै सरकार से माँग करता हूँ कि इस घटना की उच्चस्तरीय जाँच हो , दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो , परिवार को इंसाफ़ मिले।— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 28, 2020 पीड़ित परिवार को 10 लाख की मदद सतना में हुए बवाल की खबर जब राजधानी पहुंची तो यहां के सियासी गलियारों में भी हलचल तेज हो गयी। सतना की घटना पर मचे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे मामले की न्यायिक जांच के निर्देश दे दिए हैं। सीएम शिवराज ने कहा घटना में कोताही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके बाद संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई होगी। राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 10 लाख की आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया है। उपचुनाव को लेकर सियासत तेज उपचुनाव से पहले कुशवाह समाज के व्यक्ति की थाने में मौत पर प्रदेश में सियासी घमासान मच गया है। अब इस पूरी घटना को सियासी रंग भी दिया जा रहा है। सतना से लेकर भोपाल तक घटना को लेकर नेता ट्वीट और बयानों के जरिए एक दूसरे को घेरने में लगे हैं। खबर ये है कि सतना जिले में घटी घटना को सियासी रंग दिया जा रहा है, ताकि उपचुनाव में इसका फायदा उठाया जा सके।