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सरकार खाने-पीने की सामग्री पर जीएसटी लगाकर गरीबों से उनका दाना-पानी छीन रही: संगीता शर्मा

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार बताएं मध्यप्रदेश में ही दूध के दाम बार-बार क्यों बढ़ाए जा रहे हैं। अमूल दूध के दाम बीते एक साल में तीन बार बढ़ाए जा चुके हैं, वहीं इसके पूर्व सांची दूध के दाम भी बढ़ाए जा चुके हैं।


संगीता शर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता जहां एक ओर महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार खाने-पीने की सामग्री पर जीएसटी लगाकर गरीबों से उनका दाना-पानी छीन रही है। प्रदेश में बढ़ती महंगाई से हालात बदतर होते जा रहे हैं। गरीब और मध्यमवर्गीय नागरिकों के जीवन मंे ‘आमदनी अठन्नी-खर्चा रुपैया’ की स्थिति बन गई है। लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता के चलते उनके सपनों को सिवाय कुचलने के कुछ नहीं कर रही है।


संगीता शर्मा ने कहा कि सरकार खाने-पीने के सभी सामान पर जीएसटी लगा रही है, वहीं हाल ही मंे रोटी पर 5 प्रतिशत और पराठे पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा रही है। इसके पीछे सरकार द्वारा दलील दी जा रही है कि रोटी पर 5 प्रतिशत जीएसटी इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि उसमें केवल आटा होता है और पराठे पर 18 प्रतिशत जीएसटी इसलिए लगाया जा रहा है, क्योंकि उसमें आलू, तेल, नमक, मसाला आदि होता है। चूकिं अब सवाल यह भी उठता है कि समोसा, कचोरी, आलूबड़ा व अन्य नाश्ते में खाए जाने वालें व्यंजनों पर कितना जीएसटी देना होगा? सरकार जीएसटी लगाकर जनता की जेब पर लगातार डांका डालकर उसे खोखला कर रही है। क्या सरकार किसानों भाइयों से दूध खरीदी के मूल्य पर भी 2 रूपये बढ़ाएगी?

सुश्री शर्मा ने कहा कि बढ़ती महंगाई से महिलाओं का घर चलाना दूभर हो रहा है, घरेलू गैस सिलेंडर महंगा, बिजली महंगी, खाद्य सामग्री महंगी, पेट्रोल-डीजल महंगा, आवागमन का साधन महंगा, सब्जी महंगी, दूध महंगा, फल महंगे, राशन महंगा और ऊपर से टैक्स की भरमार, कितना टैक्स देगी जनता आखिर कब मिलेगी महंगाई से राहत। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई को लेकर यदि सरकार समय पर नहीं जागी और उसको रोकने के ठोस कदम नहीं उठाये तो 2023 के विधानसभा चुनाव प्रदेश की भाजपा सरकार को उसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।

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