उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तौमर की गुंडागर्दी, कांग्रेस कार्यकर्ता को सरेआम पीटा News Politics by mpeditor - September 16, 2020September 16, 20200 ग्वालियर में भाजपा के मंत्री पद की गरिमा के खिलाफ प्रद्युम्न सिंह तौमर ने खुलेआम रसूखदारी दिखाते हुए प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता को बुला कर सरेआम पीट दिया। यही नहीं उन्होंने प्रदर्शनकारी कांग्रेस नेता को पहले अपने पास बुलाया और उसका कांग्रेस का झंडा छीन लिया उसके बाद उसके बाल पकड़कर खींच दिए। इसके बाद मंत्री की सुरक्षा में तैनात अमले ने भी बेतरतीब तरीके से प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता का दबोच लिया। मंत्री के कृत्य से वहां एकत्रित लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और लोग मंत्री तौमर मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव इस घटना पर विरोध जताते हुए कई कांग्रेसी के साथ फूलबाग चौराहा पर धरने पर बैठ गए। मंत्री कह रहे सफेद झूठ उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तौमर को जब समझ आया कि उनकी गुंडागर्दी वीडियो कैमरा में कैद हो गई है और चारों ओर उनके इस कृत्य की लोग निंदा कर रहे हैं उसके बाद उन्होंने अपना एक वीडियो वायरल किया है जिसमें वे खुद को पाक साफ बताते हुए कहते नजर आ रहे है कि उनके साथ धक्का मुक्की कांग्रेस नेताओं के द्वारा की गई है। जबकि वीडियों में स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है कि मंत्री तौमर ने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेता के साथ बदसलूकी की है। मंत्री ने खुद को जनसेवक बताते हुए कहा कि वे ऐसी बातों से विचलित नहीं होंगे लेकिन मंत्री जी यह भूल गए कि उनकी करतूत कई कैमरों के माध्यम से जनता के बीच पहुंच चुकी है। मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कांग्रेस कार्यकर्ता से बदसलूकी करते हुए कमलनाथ के हटाए गए बैनर पोस्टर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 18 सितंबर को ग्वालियर प्रवास पर आ रहे हैं। वह गांधी प्रतिमा, रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद शहर में अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इसे देखते हुए शहर भर में होर्डिंग, बैनर लगाए गए हैं। बुधवार को अचानक ग्वालियर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों की बैठक हुई और सभी होर्डिंग-बैनर हटाने की रणनीति बनी। सबसे पहले एक टीम फूल बाग चौराहे पर पहुंची। वहां पर कमल नाथ के साथ भाजपा की युवा स्वाभिमान यात्रा का भी बैनर लगा हुआ था। टीम ने केवल कांग्रेस का बैनर हटाया। इसकी भनक लगते ही कांग्रेसी एकत्रित हो गए और जमकर विरोध किया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बैनर हटाए गए