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संसद के सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

नई दिल्ली। मानसून सत्र की समाप्ति के साथ ही सोमवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई । राज्यसभा में केन्द्रीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2022 के पारित होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने कार्यवाही अनिश्चतकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा कि मानसून सत्र में सदन में कुल 16 बैठकें हुईं और सदन की उत्पादकता 48 प्रतिशत रही।

सुबह 11 बजे सदन राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में सभापति एम. वेंकैया नायडू को उनका कार्यकाल समाप्त होने पर भावभीनी विदायी दी गई। नायडू का सभापति के रूप में कार्यकाल समाप्त होने से पहले उनके सम्मान में सदन में सदस्यों ने विदायी भाषण दिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी नायडू को विदायी देते हुए कहा कि राज्यसभा उनकी विरासत को आगे बढायेगी। नायडू का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा कि वेंकैया के कार्यकाल के दौरान राज्यसभा की उत्पादकता 70 प्रतिशत बढ़ी और सांसदों की उपस्थिति में भी वृद्धि दर्ज की गई। इस दौरान लगभग 177 विधेयक या तो पारित हुए या सदन में चर्चा हुई जो एक रिकॉर्ड है।प्रधानमंत्री ने उच्च सदन में सभापति वेंकैया की विदाई के मौके पर कहा कि आज हम राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू को उनके कार्यकाल की समाप्ति पर धन्यवाद देने के लिए एकत्र हुए हैं। इस सदन के लिए ये बहुत भावुक पल है। सदन के कितने ही ऐतिहासिक पल आपकी गरिमामयी उपस्थिति से जुड़े हैं।

वहीं, उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नायडू के कार्यकाल की जमकर सराहना की।उधर, लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक स्थगित करने की घोषणा करते हुए बिरला ने कहा कि मानसून सत्र 18 जुलाई, 2022 को आरंभ हुआ था तथा 8 अगस्त, 2022 को संपन्न हुआ। इस दौरान 18 जुलाई को 4 नए सदस्यों ने शपथ ली। संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने भारत के निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को 23 जुलाई को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में विदाई दी । नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का शपथ ग्रहण समारोह संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में ही 25 जुलाई को आयोजित किया गया।बिरला ने आगे कहा कि इस सत्र में कुल 16 बैठकें हुई जिनकी कुल अवधि 44 घंटे और 29 मिनट रही। वर्तमान मानसून सत्र में सभा की उत्पादकता 48 प्रतिशत रही। इस सत्र के दौरान सभा द्वारा महत्वपूर्ण विधायी एवं अन्य कार्य किए गए। 6 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए तथा कुल मिलाकर 7 विधेयक पारित किए गए।

पारित किए गए कुछ महत्वपूर्ण विधेयक में भारतीय अंटार्कटिक विधेयक-2022, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक-2022, वन्य जीव (संरक्षण) संशोधन विधेयक-2022 तथा केन्द्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक-2022 शामिल है।बिरला ने बताया कि वन्य जीव (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2022 पर 5 घंटे 05 मिनट तक चर्चा चली जिसमें 39 सदस्यों ने भाग लिया। मंत्री के उत्तर के बाद विधेयक को सदन द्वारा पारित किया गया। सत्र के दौरान माननीय सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 318 मामले तथा अविलंबनीय लोक महत्व के 98 मामले उठाए।लोकसभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि संसद की स्थायी समितियों ने सभा में 41 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए । सत्र के दौरान 46 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए । मंत्रियों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुल 47 वक्तव्य दिए गए जिनमें 2 वक्तव्य उत्तरों में सुधार से संबंधित थे तथा 3 वक्तव्य संसदीय कार्य मंत्री द्वारा सरकारी कार्य के संबंध में दिए गए । सत्र के दौरान, सम्बद्ध मंत्रियों द्वारा 1641 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया ।सभा में मूल्य वृद्धि और भारत में खेलों को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता और इस संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में नियम 193 के अंतर्गत दो अल्पकालिक चर्चाएं भी की गईं।

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