मध्यप्रदेश में पार्षद ही चुनेंगें मेयर और अध्यक्ष, फिर होगें निकाय चुनाव MP Politics by mpeditor - July 16, 2021July 16, 20210 भोपाल- कोरोना की वजह से लगातार एमपी में नगरीय निकाय के चुनाव टल रहे हैं। एक साल बाद अप्रैल 2021 में चुनाव कराने की तैयारी थी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण नहीं हुआ। कोरोना के केस अब कम हो गए हैं, कई जिलों में मामला शून्य तक पहुंच गया। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग और सरकार ने चुनाव करवाने की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही यह तय हो गया है कि एमपी में मेयर और अध्यक्ष का चुनाव अब पार्षद ही करेंगे। गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग की हुई बैठक में इस बात के संकेत मिले हैं कि प्रदेश में 15 सितंबर के बाद चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत हो जाएगी। आयोग ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति अभी नियंत्रित में हैं, ऐसे में निकाय चुनाव कराया जा सकता है। वहीं, आयोग ने संकेत दिए हैं कि पंचायत चुनाव से पहले नगरीय निकाय के चुनाव होंगे। चुनाव में तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। राज्य में 407 नगरीय निकायों में से 347 निकाय ऐसे हैं, जिनका कार्यकाल पिछले साल ही खत्म हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने आगामी आम निर्वाचन की तैयारियों के निर्देश दे दिए हैं। 347 निकायों में आयोग दो चरणों में चुनाव करवाने की तैयारी कर रही है। पहले चरण में 155 और दूसरे चरण में 192 नगरीय निकायों में मतदान काराय जाएगा। मेयर और अध्यक्ष का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। 347 नगरीय निकायों में सभी 16 नगर निगम शामिल हैं। कुल 19 हजार 955 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। गौरतलब है कि एमपी में पहले मेयर और अध्यक्ष पद के चुनाव सीधे होते थे। तत्कालीन कमलनाथ की सरकार ने इसमें बदलाव किया था कि पार्षद ही मेयर और अध्यक्ष को चुनेंगे। उस समय में बीजेपी इसका विरोध कर रही थी। मगर अब सरकार इसी फॉर्म्युले पर चुनाव करवाने के लिए तैयार है। तीन चरण में होंगे पंचायत चुनावआयोग ने कहा कि पंचायत आम निर्वाचन तीन चरण में करवाए जाएंगे। त्रि-स्तरीय पंचायतों में पंच के 3 लाख 77 हजार 551, सरपंच के 23 हजार 912, जनपद पंचायत सदस्य के 6 हजार 833, जिला पंचायत सदस्य के 904, उप सरपंच के 23 हजार 912, जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के 313 और जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के 52 पदों का निर्वाचन कराया जाएगा।