नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई, सुपुर्दे-ए-खाक हुए मशहूर शायर राहत इंदौरी News by mpeditor - August 12, 2020August 12, 20200 मशहूर शायर राहत इंदौरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। इंदौर के छोटी खजरानी स्थित कब्रिस्तान में उन्हें हुए अंतिम विदाई दी। देश के मशहूर शायर राहत इंदौरी का 70 साल की उम्र में मंगलवार को निधन हुआ। राहत साहब को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में डॉक्टरों की सलाह पर भर्ती कराया गया था। भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। दुनिया को अलविदा कहने वाले मशहूर शायर राहत इंदौरी को मंगलवार रात सुपुर्दे-ए-खाक किया गया। इंदौरी को उनके चंद परिजनों और करीबी लोगों ने शहर के छोटी खजरानी स्थित कब्रिस्तान में दफनाते हुए अंतिम विदाई दी। मोहब्बत और हिम्मत के रंगों से लबरेज अपनी शायरी की बदौलत दुनिया भर के लाखों प्रशंसकों के दिलों पर राज करने वाले इंदौरी को दफनाए जाते वक्त कब्रिस्तान में केवल 20 लोग मौजूद थे। इनमें से ज्यादातर लोगों ने कोविड-19 से बचाव के लिए सुरक्षा उपकरणों की किट भी पहन रखी थी। महामारी के प्रकोप के कारण उनके कई प्रशंसक चाहकर भी उन्हें आखिरी विदाई देने कब्रिस्तान नहीं आ सके। विशेष बैग में लिपटे इंदौरी के पार्थिव देह को अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) से सीधे कब्रिस्तान लाया गया। पुलिस टीम थी तैनात कब्रिस्तान के आस-पास व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। मंगलवार को अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि राहत इंदौरी को मंगलवार दोपहर एक बजे दिल का दौरा पड़ा था। इससे उन्हें बचा लिया गया था। लेकिन इसके दो घण्टे बाद ही उन्हें फिर से दिल का दौरा पड़ा और शाम पांच बजे उनका निधन हो गया। अस्पताल के मुताबिक, इंदौरी के दोनों फेफड़ों में 60 प्रतिशत तक निमोनिया हुआ था। इस वजह से उन्हें कृत्रिम श्वसन प्रणाली पर रख गया था। उन्हें उच्च स्तर की एंटीबायोटिक और नवीनतम एंटीवायरल दवाएं भी दी गई थी। अस्पताल ने अपने बयान में बताया कि राहत इंदौरी मधुमेह और उच्च रक्तचाप के साथ हृदय और किडनी के पुराने रोगों से पहले ही जूझ रहे थे। सोमवार शाम आई रिपोर्ट में वे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। राहत साहब ने मंगलवार सुबह खुद ट्वीट कर अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी। इंदौरी ने अपने ट्वीट में लिखा था, दुआ कीजिए जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं!