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मप्र कांग्रेस आउटसोर्स एवं सविदा कर्मचारी प्रकोष्ठ की पीसीसी में बैठक संपन्न

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस की 2023 विधानसभा चुनाव के लिए वचन पत्र समिति के तत्वाधान में शासकीय और अर्द्धशासकीय विभागों में कार्यरत आउटसोर्स, अस्थायी, संविदा, कम्प्यूटर आपरेटर, व्यवसायिक प्रशिक्षक, अनुकंपा आश्रित, पुरानी पेंशन बहाली संगठन, जनस्वास्थ्य रक्षक, गोसेवक, पेशा एक्ट कर्मचारी, ग्राम ऐनिमेटर कर्मचारी संघ, आईटीआई मेहमान प्रवक्ता, अतिथि विद्वान, पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता, मप्र विद्युत मंडल संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी अंशकालीन, संविदा, दैवेभो जैसे दो दर्जन से अधिक कच्चे कर्मचारियों के संगठनों ने ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स ठेका कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, मप्र की बैठक आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के राजीव गांधी सभाकक्ष में आहूत की गई।


बैठक में कांग्रेस की वचन पत्र समिति के सदस्य मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर, कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, महामंत्री एवं समस्त प्रकोष्ठों के प्रभारी जे.पी. धनोपिया, डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान मुख्य रूप से उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि 2003 से पहले मप्र में कांग्रेस सरकार के समय गैंगमेन, मस्टर, हेल्पर, देवेभो, अंशकालीन जैसी नौकरियों के जरिये मजदूर को भी सरकारी कर्मचारी की तरह सम्मान दिया जाता था, जो 62 वर्ष की आयु तक अपनी सेवाएं देते थे और सेवानिवृत्ति पर उन्हें ग्रेच्युटी और पेंशन की सुविधा भी थी, लेकिन 2003 के बाद भाजपा सरकार ने आउटसोर्स ठेका प्रथा लागू कर शिक्षित युवाओं का शोषण करना प्रारंभ कर दिया, जिन्हंे न तो न्यूनतम वेतन मिल रहा है और न उसकी नौकरी सुरक्षित है।


महामंत्री जे.पी. धनोपिया ने कहा कि वचन पत्र के लिए मिले सुझाव बहुमूल्य हैं, जो सुझाव उचित होंगे उन्हें अनिवार्यतः जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इन संगठनों और उनके प्रतिनिधियों का भी दायित्व है कि वे पूरे प्रदेश में आपसभी के साथ हो रहे अन्याय और अत्याचार को स्थानीय स्तर पर सरकार के खिलाफ उठाये और कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनवाने में अपना योगदान दें।


मप्र कांग्रेस आउटसोर्स एवं सविदा कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने सभी संगठनों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर संगठनों को मजबूती प्रदान करते हुए बीते 18 सालों से हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाकर अपने हक और अधिकार के लिए संघर्ष का निर्माण करें। बैठक में कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने वचन पत्र में शामिल करने के लिए अपने सुझाव लिखित में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को सौंपे। बैठक में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव, राहुल मालवीय, ब्रजेश पांडे, ऋशभ कातलकर, विनोद केवट, प्रकाश यादव, राजेश धोलपुरे, किशोर पाठक, मयूर उपाध्याय, जीवन सेन, राजेन्द्र सुलताने, राहुल उपाध्याय, प्रकाश पुंज, अखिलेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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