किसान कर्ज माफी पर मेरी सच्चाई प्रदेश की जनता के सामने आई – पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ Politics by mpeditor - September 22, 2020September 22, 20200 किसानों की ऋण माफी पर झूठ बोलने के लिए शिवराज चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया माफी मांगे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आज जारी अपने एक बयान में कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों की ऋण माफी पर पहले दिन से ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए ज्योतिरदित्य सिंधिया झूठ बोलते रहे हैं। इस झूठ की राजनीति का पर्दाफाश स्वयं शिवराज सरकार ने विधानसभा में कर दिया है और स्वीकार किया कि प्रदेश में प्रथम और द्वितीय चरण में कांग्रेस की सरकार ने 51 जिलों में 26 लाख 95 हजार किसानों का 11 हजार 6 सौ करोड़ रूपये से अधिक का ऋण माफ किया है। कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता से सफेद झूठ बोलने और गुमराह करने की घृणित राजनीति के लिए शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को तत्काल प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए । कमल नाथ ने कहा कि ग्वालियर दौरे के दौरान मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को किसानों की ऋण माफी के मुद्दे पर खुली बहस करने की चुनौती दी थी । वे इस मुद्दे पर खुली बहस करते, उसके पहले ही उनकी सरकार ने विधानसभा में स्वीकार कर लिया कि कांग्रेस सरकार ने 26 लाख 95 हजार किसानों का ऋण माफ किया था और स्वीेकृति की प्रकिया में शेष पांच लाख नब्बे हजार किसानों की संख्या को भी स्वीकार किया है , जिसकी स्वीकृति मेरी सरकार के समय की जा रही थी। कमल नाथ ने कहा कि ‘सदन के पटल पर जो सच्चाई भाजपा सरकार ने स्वीकार की है , इससे शिवराज सिंह व भाजपा की झूठ की राजनीति का पर्दाफाश हो चुका है और मेरे द्वारा पहले दिन से ही किसान ऋण माफी की जो संख्या और सूची दी जा रही थी ,वह अंततः सच साबित हुई है। मैं शुरू से ही यह कहता आ रहा हूं कि भाजपा चाहे जितना झूठ बोल ले लेकिन जो सच्चाई है , वह इस प्रदेश की जनता जानती है और हमारे किसान भाई इसके गवाह है। इसी सच्चाई को सदन में भाजपा सरकार के कृषि मंत्री ने लिखित में स्वीकार भी किया है।’ ऋण माफ़ी की प्रक्रिया शुरू करे शिवराज सरकार कमल नाथ ने कहा कि इस सच्चााई को स्वीकार करने के बाद शिवराज सरकार को शेष किसानों की ऋण माफी की प्रक्रिया को शीघ्र शुरू करना चाहिए । उन्होने कहा कि विधानसभा में जो बहाना ऋण माफी योजना की समीक्षा का बनाया गया है , वह यह बताता है कि भाजपा और शिवराज सिंह किसानों के विरोधी है । कांग्रेस सरकार ने ऋण माफी की जो योजना बनाई थी ,वह पूर्णत: विचार विमर्श के बाद ही तैयार की गई थी , जिसकी समीक्षा करने की कोई गुंजाइश नहीं बचती है।शिवराज सरकार कोई समय-सीमा भी बताने को तैयार नहीं है, इससे यह स्पष्ट होता है कि वे किसानों की कर्ज माफी करना ही नहीं चाहते। किसान विरोधी है बीजेपी पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के साथ हमेशा से भाजपा छलावा करती रही है। उनके वोट पाने के लिए झूठे सब्जबाग दिखाकर भाजपा को किसानों को धोखा दिया है।यही कारण है कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार में इतनी बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या को मजबूर हुए। कमल नाथ ने कहा कि हाल ही में संसद में गैर संवैधानिक तरीके से जो कृषि विधेयक पास हुए हैं, उससे भी स्पष्ट हो गया है कि भाजपा मूलतः किसान विरोधी है , वह किसानो का भला नहीं चाहती है।