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न्याय यात्रा में बोले राहुल- मनरेगा का बजट बंद कर उद्योगपतियों को दिया

शिवपुरी – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को मध्य प्रदेश के शिवपुरी पहुंची। इस दौरान राहुल गांधी का रोड शो हुआ। उसके बाद शहर के माधव चौक चौराहे पर एक आमसभा हुई। कार पर ही बैठकर राहुल गांधी ने आमसभा को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने मनरेगा का बजट बंद कर दिया और यह बजट देश के 15-20 बड़े उद्योगपतियों को दे दिया। राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा के बजट से आम लोगों व ग्रामीणों को रोजगार मिलता, लेकिन मोदी जी कहते हैं कि बेकार योजना है। लेकिन मैं पूछता हूं कि जिन 15-20 लोगों को 16 लाख करोड़ रुपये दे दिया गया है, उनको (आम लोगों को) यह रुपया क्यों दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, शिवपुरी में राहुल गांधी का रोड शो सुबह नौ बजे होना था, जिसके लिए उन्हें ग्वालियर से हेलीकॉप्टर के माध्यम से शिवपुरी आना था। लेकिन ग्वालियर से हेलीकॉप्टर उड़ने की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं दी गई। इसके बाद राहुल गांधी ग्वालियर से शिवपुरी सड़क मार्ग से आए। इस मामले में शिवपुरी कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जान-बूझकर ग्वालियर से शिवपुरी के लिए हेलीकॉप्टर को उड़ने की अनुमति नहीं दी। हेलीकॉप्टर की वजह रोड से आने के कारण राहुल गांधी का पूर्व नियोजित रोड शो सुबह 9:00 बजे की बजाय करीब 10:30 बजे शुरू हुआ। इसके बाद 11:00 बजे शिवपुरी के माधव चौक चौराहे पर आमसभा को राहुल गांधी ने कार पर बैठकर ही संबोधित किया।

‘सरकारी कंपनियों का किया जा रहा निजीकरण’

मनरेगा का बजट बंद किए जाने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार केवल बड़े उद्योगपति जिनमें अदानी और अंबानी शामिल हैं, को ही लाभ पहुंचा रही है। गांधी ने कहा कि भारत में पुलिस फोर्स के लिए बनाए जाने वाली आर्म्स (बंदूकें) पहले सरकारी फैक्ट्री में बनती थीं, लेकिन इनका निजीकरण कर दिया गया। आज अदानी की कंपनी ने इजरायल की एक कंपनी के साथ ज्वाइंट कंपनी बनाकर बंदूक बनाने का काम शुरू कर दिया है। लेकिन बंदूक बनाने का काम इजराइल और चीन की कुछ कंपनियां करती हैं। टैग लगाकर इंडिया में यह बंदूक बना दी जाती है। इसका फायदा केवल कुछ चिह्नित उद्योगपतियों को मिल रहा है। पहले इससे सरकारी कंपनियों में काम करने वाले लोगों को रोजगार मिलता था। लेकिन आज निजीकरण किया जा रहा है और लोगों से रोजगार छीना जा रहा है।

‘जानबूझकर नहीं की जा रही है जातिगत जनगणना’

वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिवपुरी के माधव चौक चौराहे पर आयोजित भारत जोड़ो न्याय यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में जानबूझकर जातिगत जनगणना नहीं की जा रही है। मैं हर बार कहता हूं कि जातिगत जनगणना कराएं, जिससे पिछड़ा वर्ग, एससी, एसटी और आदिवासी लोगों की संख्या साफ तौर पर निकलकर सामने आ सके। लेकिन इस पर केंद्र सरकार द्वारा कुछ नहीं बोला जा रहा है।

‘बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को नहीं दिखाया जाता है’

राहुल गांधी ने कहा कि देश में तीन बड़े मुद्दे हैं। पहला बेरोजगारी, दूसरा महंगाई और तीसरा भ्रष्टाचार। लेकिन इन तीनों मुद्दों को गायब कर दिया गया है। मीडिया पर बड़े उद्योगपतियों का कब्जा है। मीडिया में बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को नहीं दिखाया जाता है। वहां पर बॉलीवुड स्टार, फिल्म, क्रिकेट और भारत-पाकिस्तान के संबंधों को ज्यादा दिखाया जाता है, जिससे आपका ध्यान मुख्य मुद्दों से हट जाए। कांग्रेस नेता गांधी ने जीएसटी पर निशाना साधते हुए कहा कि जीएसटी का पैसा निकालकर गरीबों की जेब से बड़े उद्योगपतियों और अमीरों की जेब में जा रहा है। इसे रिग्रेसिव टैक्सेशन (प्रतिगामी कराधान) कहते हैं। उन्होंने कहा कि सामान की खरीदी पर अमीर-गरीब को बराबर जीएसटी देना पड़ता है। लेकिन अमीर के लिए बड़ा हिस्सा उसके लिए कोई मायने नहीं रखता, लेकिन गरीब की आय का एक बड़ा हिस्सा निकलकर टैक्स के रूप में जीएसटी में चला जाता है।

‘अग्निवीर में न पेंशन मिलेगी, न शहीद का दर्जा देंगे’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि निजीकरण करके नौकरियां समाप्त की जा रही हैं। युवाओं को बेरोजगार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं पर थोपी जा रही है। उन्होंने सभा को संबोधित कर कहा कि अग्निवीर की नौकरी में जवान को गोली लग जाती है तो मौत पर न तो पेंशन मिलेगी और न ही शहीद का दर्जा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं के कंपटीशन (प्रतियोगी परीक्षाओं) की तैयारी के दौरान पेपर लीक किए जा रहे हैं। पेपर लीक करने वाले कौन हैं, अमीर लोगों के बेटे हैं। गरीब व्यक्ति का बेटा कंपटीशन की तैयारी करता है, घंटों पढ़ाई करता है। लेकिन जब पेपर देने जाता है तो पेपर लीक हो जाता है। वहीं, दूसरी ओर अमीर का बेटा पेपर लीक कर उससे परीक्षा दे देता है।

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