You are here
Home > MP > मध्यप्रदेश की नई शराब नीति पर राजनीति, उमा भारती ने फिर साधा सीएम शिवराज पर निशाना

मध्यप्रदेश की नई शराब नीति पर राजनीति, उमा भारती ने फिर साधा सीएम शिवराज पर निशाना

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने अपने ट्विटर हैंडल से शराब नीति को लेकर एक बार फिर प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Government) को निशाने पर लिया है. यही नहीं सरकार की नई शराब नीति (New Excise Policy) के विरोध में उमा भारती को जबलपुर (Jabalpur) की पाटन विधानसभा सीट (Patan Assembly Seat) से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई (BJP MLA Ajay Vishnoi) का साथ भी मिल गया है.

उमा भारती ने कृषि कानून पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के निर्णय की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के लिए इशारा भी किया है कि बड़प्पन दिखाते हुए वे शराब नीति को वापस ले लें.

शिवराज सरकार की शराब नीति के विरोध में उमा भारती ने किए ये-ये ट्वीट…

“1. मैं अभी दिल्ली में हूं, एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र से जानकारी हुई कि मेरे भाई जबलपुर की पाटन विधानसभा से विधायक अजय विश्नोई ने भी खुलेआम नई शराब नीति का विरोध किया है

  1. शराब और नशा यह राजनीतिक विषय नहीं हैं, सामाजिक विषय हैं. इस पर सबको बोलने का अधिकार है और ऐसे विषय पर फैसले लेते समय सामाजिक परामर्श लेना बहुत जरूरी होता है.
  2. किसानों के बारे में जो कानून बने थे, पीएम मोदी ने अपना बड़प्पन दिखाया और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसान कानून वापस लिए, यह पीएम मोदी के बड़प्पन और महानता की जीत थी.
  3. अभी 5 दिन पहले मेरी और शिवराज की एक घंटे आमने-सामने बैठकर बातचीत हुई है. मैंने उन्हें सुझाव दिया कि पूर्ण शराबबंदी का आग्रह हम नहीं कर रहे हैं बल्कि क्रमिक शराबबंदी से फिर पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ना चाहिए.
  4. मैंने उनसे कहा है कि प्रदेश की महिलाएं और शराब खोरी के खिलाफ सामाजिक लोग इतना तो चाहते ही हैं कि-
    5.1 मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, जिनालय और बौद्ध मंदिर किसी भी धार्मिक स्थान के 500 मीटर के दायरे में कोई भी शराब की दुकान या अहाता नहीं होना चाहिए.
    5.2. स्कूल, अस्पताल, शिक्षण संस्थान इन से भी 500 मीटर की दूरी के अलावा, जब तक यह संस्थान खुले हैं तब तक, शाम तक कोई भी शराब की दुकान और अहाता वहां पर बंद रहना चाहिए.
  5. 3. घर में 11 बोतल ले जाने की अनुमति और एक के बदले में एक मुफ्त बोतल दिए जाने की नीति से तो घर, गली, मोहल्ला, शराब से सराबोर हो जाएंगे तथा खुले में बैठकर सामूहिक रूप से शराब पीने के अहाते तो आबादी से बहुत दूर कहीं एकांत स्थानों पर होना चाहिए.
  6. शराब पीकर गाड़ी चलाना या सड़क पर पैदल चलना, दंडनीय अपराध हो. इतने कदम सरकार उठाए, फिर हम समीक्षा करते हुए धीरे-धीरे शराबबंदी की ओर बढ़ें.
  7. सीएम शिवराज ने कहा कि वह इस विषय पर आवश्यक परामर्श करके कोई निर्णय लेंगे. इस नई शराब नीति से खासकर महिलाएं और लड़कियां भौंचक्के हैं, वह हमसे इस तरह की अपेक्षा नहीं रखते हैं.”

Leave a Reply

Top