बारिश बन रहा तबाही, प्रदेश में इन जिलों के बांधों के खोले गेट MP weather by mpeditor - August 7, 2021August 7, 20210 ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ से भले ही राहत मिली है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। अशोकनगर, विदिशा राजगढ़, गुना और छतरपुर-टीकमगढ़ में हालात बिगड़ गए हैं। यहां के बांध लबालब हैं। सभी डैमों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। किसी के 8 तो किसी के 6 गेट खोले गए हैं। इंदिरा सागर, नर्मदा घाट, बरगी डैम और ओंकारेश्वर डैम की स्थिति सामान्य है। होशंगाबाद में नर्मदा घाट में तो जलस्तर कम हुआ है। अशोकनगर- चंदेरी में राजघाट के 6 गेट खोलेजिले का सबसे बड़ा बांध राजघाट में अधिक पानी भरने से यूपी-एमपी को जोड़ने वाले पुल के ऊपर करीब 8 फीट तक पानी पहुंच गया है। इसके चलते बांध के 6 गेट खोले गए हैं। इनसे 56. 63 लाख लीटर प्रति मिनट पानी छोड़ा जा रहा है। राजगढ़: अब तक 733 एमएम औसत बारिशजिले में लगातार बारिश से बढ़ते जलस्तर के बाद मोहनपुरा डैम के 17 में से 8 गेट खोले जा चुके हैं। डैम से लगातार 1400 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसे लेकर प्रशासन ने आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। जिले में इस साल अभी तक 733 एमएम औसत बारिश दर्ज की गई है। जानकारी अनुसार वर्षामापी केन्द्र जीरापुर में 897.00 एमएम, खिलचीपुर में 562.07, राजगढ़ में 607.02, ब्यावरा में 827.08, नरसिंहगढ़ में 733.09, सारंगपुर में 829.00 और तहसील पचोर में 697.03 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 74 एमएम बारिश हुई है। छतरपुर-टीकमगढ़ में बान सुजारा बांध के खोले गेटछतरपुर-टीकमगढ़ में धसान नदी पर बने बान सुजारा बांध से जलस्तर बढ़ गया है। इसके 12 में से 3 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं, नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। जल संसाधन विभाग के एसडीओ रामसेवक सेजवार ने बताया, बांध की क्षमता 276.2 मिलियन घनमीटर है। विदिशा में संजय सागर बांधविदिशा के संजय सागर बांध के शुक्रवार सुबह 7 गेट खोले गए थे। इसके बाद इसमें से काफी पानी छोड़ा गया। स्थिति को काबू में होती देख, देर शाम तक 5 गेट बंद कर दिए गए। 2 गेट खुले रहे। इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर में हालात सामान्यखंडवा और बड़वानी में बने इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध की स्थिति सामान्य हैं। इंदिरा सागर में 250.25 मीटर पानी है, जबकि ओंकारेश्वर बांध 164.00 मीटर पानी है। इस कारण यहां गेट खुलने की स्थिति नहीं है। नर्मदा 14 घंटे में 2.70 फीट पानी कम हुआहोशंगाबाद के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर पिछले 14 घंटे में 2.70 फीट कम हुआ है। सुबह 6 बजे 937.10 फीट था। शुक्रवार रात 8 बजे 939.80 फीट जलस्तर हो गया। यहां नर्मदा नदी खतरे के निशान ( 967 फीट) से 27.2 फीट कम है। बता दें, 964 फीट के लेवल पर खतरे का अलार्म बजा दिया जाता है। बारना, तवा और बरगी डैम के गेट एक साथ खोले जाने पर नर्मदा खतरे के निशान पर पहुंच जाती है। डैमों की स्थितिबारना डैम- बारना डैम में 14 घंटे में .17 बढ़ोतरी हुई है। इसकी क्षमता 348.55 मीटर है। अभी जलस्तर 344.51 मीटर है। तवा डैम- 14 घंटे में .50 फीट जलस्तर बढ़ा है। डैम की क्षमता 1166 फीट है। वर्तमान में जलस्तर 1152.70 फीट है। बरगी डैम- 14 घंटे में बरगी डैम का जलस्तर 0.05 मीटर तक बढ़ गया है। डैम की क्षमता 422.76 फीट है, अभी 418.90 फीट भर गया है।