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मप्र में चल रहा चारा घोटाला पार्ट-टू, मुख्यमंत्री करवाएं जांच: अजय सिंह

भोपाल। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में चारा घोटाला पार्ट-दो चल रहा है। पंचायत विभाग के अफसर और रसूखदार भाजपा नेताओं की मिलीभगत से न्यूनतम साझा कार्यक्रम चल रहा है। गौशालाओं के लिए चारे के नाम पर मोटी रकम डकारी जा रही है। यदि गहराई से जांच हो जाए तो पूरे प्रदेश में करोड़ो का फर्जीवाड़ा सामने आ जायेगा और सबकी पोल खुल जाएगी।

अजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में करोड़ों रुपये खर्च कर गौशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है जो अभी तक अधूरी पड़ी हैं। खास बात तो यह है कि गायों के भूसे के लिए हर महीने राशि निकाली जा रही है। बावजूद इसके सडक़ किनारे गायें मर रही हैं और कंकाल ही कंकाल नजर आ रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा सरकार गायों के रहने और खाने के लिए करोड़ों फूंक चुकी है। सब कुछ कागजों में हो रहा है। गौवंश की उपस्थिति दर्ज कराकर करोड़ों रुपये आहरित किये जा रहे हैं। गौशाला संचालन समिति के सदस्य न तो बैठक करते हैं न ही निरीक्षण। ऐसा लगता है कि घपले में उनका मौन समर्थन मिला हुआ है।पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने सीधी जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि जिले में 13 गौशालाएं शासकीय और तीन एनजीओ के माध्यम से संचालित की जा रही हैं। लेकिन यहाँ देखरेख के अभाव में दो वर्ष के अंदर 416 गायों ने दम तोड़ दिया। अभी तक गौशाला समिति की एक भी बैठक अधिकारियों द्वारा नहीं बुलाई गई। वे भूसे के नाम पर सिर्फ बजट निकालने तक सीमित रहे और गायें मरती गईं। सभी 16 गौशालाओं में 128 मवेशी दर्ज हैं। मुख्यमंत्री यदि इसकी जांच कराते हैं तो गायों का भूसा खाने वालों की सारी हकीकत सामने आ जायेगी। अभी तक 70 लाख रुपयों का भुगतान हो चुका है।

अजय सिंह ने कहा कि जिले के अकौरी गाँव में बड़ी गौशाला का निर्माण तीन साल से किया जा रहा है लेकिन काम अभी तक अधूरा है। अधूरे काम को पूरा बता कर मूल्यांकन पूरा हो चुका है और 35 लाख रूपये की राशि निकाल ली गई है। मजदूरों को भुगतान नहीं किया गया है। पूरा गाँव आवारा पशुओं से परेशान है लेकिन रसूखदारों के डर के कारण कोई कुछ नहीं बोल रहा है। उन्होंने मांग की है कि शिवराज सिंह पूरे प्रदेश में चल रहे चारा घोटाला की तत्काल जांच कराएं और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करें।

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