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शिवराज मामा के राज में महिलाओं, बच्चियों की अस्मिता खतरे में: कांग्रेस

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता दीप्ति सिंह ने महिलाओं, युवतियों और छोटी-छोटी बच्चियों की अस्मिता पर लगातार किये जा रहे प्रहार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज मामा के राज में महिलाओं, बच्चियों की अस्मिता खतरे में है। प्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में देश में नंबर एक पर है।


दीप्ति सिंह ने कहा कि प्रदेश के जबलपुर में एक भाजपा नेता शशिकांत सोनी जो कि भारतीय जनता पार्टी सहित कई सामाजिक संगठनों, समितियों में विभिन्न पदों पर सुशोभित है ने एक युवती को जबलपुर से भोपाल लाकर उसके साथ न केवल ज्यादती की, बल्कि उससे नौकरी के नाम पर एक लाख 80 हजार रूपये लेकर रफू चक्कर हो गया। यहीं नहीं हाल ही में इंदौर में एक सात वर्षीय बच्ची के साथ घटित जघन्य अपराध की घटना हो या भोपाल के नामी-गिरामी बिलाबोंग स्कूल में तीन साल की मासूम बच्ची के साथ ज्यादती की घटना हो या अन्य जिलों की घटनाऐं हो, ये घटनाएं प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटनायें हैं। इतना ही नहीं उत्तराखंड में भाजपा के एक नेता द्वारा एक युवती द्वारा वैश्यावृति करने से इंकार करने पर उसकी हत्या की जाना पूरे देश के लिए झकझोकरने वाला कृत्य हैैं, जिस पर देश के गृहमंत्री मौन हैं।


दीप्ति सिंह ने कहा कि प्रदेश ही नहीं पूरे देश में महिलाएं असुरक्षित हैं, प्रदेश के लिए यह बहुत ही गंभीर और चिंताजनक स्थिति है कि जब भी ऐसी घटनाएं सामने आती हैं तो आखिरकार भाजपा के नेता और उनसे जुड़े लोग ही इन जघन्य घटनाओं में संलिप्त क्यों पाये जाते हैं? आखिर क्या कारण है कि देश और प्रदेश के गृह मंत्री ने महिलाओं, युवतियों और बच्चियों के साथ घटित हो रही इन जघन्य घटनाओं पर मौन क्यों रहते हैं? क्या इन घटनाओं पर इनकी मौन सहमति रहती है या इन घटनाओं पर लगाम लगाने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश के गृह मंत्री इन घटनाओं पर चुप्पी रहेंगे और दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं करेंगे तो मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को उनसे इस्तीफा ले लेना चाहिए।

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