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घोटालों, फर्जीवाडों के लिए चर्चित मध्यप्रदेश में अब सामने आया, खिलौना घोटाला- नरेन्द्र सलूजा

  • ठेलो और ट्रकों पर एकत्रित लाखों-करोड़ों के खिलौने आंगनबाड़ियों में अभी तक क्यों नहीं पहुंचे, आखिर कहां गये यह खिलौने ?: कांग्रेस ने पूछे सवाल

भोपाल. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आज जारी अपने एक बयान में आरोप लगाया है कि भाजपा की सरकार में मध्य प्रदेश नित नए घोटालों और भ्रष्टाचार के लिए जाना जा रहा है।मध्यप्रदेश में आज हर योजना में, हर कार्य में भ्रष्टाचार के मामले सामने आते हैं।
सलूजा ने बताया कि किसानों के लिए यूरिया भेजी जाती है तो वह रास्ते से ही गायब हो जाती है ,बच्चों के लिए पोषण आहार भेजा जाता है लेकिन वह रास्ते से ही गायब हो जाता है ,जिस पोषण आहार का उत्पादन तक नहीं होता है ,जिसका परिवहन नहीं होता है उसको भी कागजों में दिखा दिया जाता है और करोड़ों रुपए डकार लिए जाते हैं। इसी प्रकार धार की कारम नदी पर 304 करोड़ की लागत से डैम बनाया जाता है और यह डैम पहली ही बारिश में बह जाता है और करोड़ों रुपए फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ जाते हैं।
सलूजा ने बताया कि अब मध्यप्रदेश में एक नया फर्जीवाड़ा और घोटाला सामने आया है और वह है, खिलौना घोटाला। हमने देखा था कि किस प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 24 मई 2022 ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ठेला लेकर सड़कों पर घूम कर ,कई ट्रक भरकर खिलौने व सामग्री आंगनबाड़ियों के बच्चों के लिए एकत्रित किए थे।उसी प्रकार 31 मई को इंदौर में भी मुख्यमंत्री ठेला लेकर खिलौना एकत्रीकरण के लिए घूमे थे।प्रदेश के कई हिस्सों में भी भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने इसी प्रकार खिलौना एकत्रीकरण का अभियान चलाया था।उस समय यह भी दावे किए गए थे कि इस एकत्रीकरण के दौरान कई ट्रक भरकर खिलौने व बच्चों के लिए सामग्री एकत्रित हुई है ,कई लोग आंगनबाड़ियों को गोद लेने के लिए भी आगे आए हैं लेकिन अभी जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक उक्त खिलौने व सामग्री अभी तक आंगनबाड़ियों तक नहीं पहुंचे हैं? कांग्रेस इस संबंध में शिवराज सरकार से कुछ सवाल पूछ रही है।

  • शिवराज सरकार बताए कि इस खिलौना एकत्रीकरण अभियान के तहत कुल कितने ट्रक भरकर सामग्री व खिलौने एकत्रित हुए थे..?
  • साथ ही कुल कितनी राशि इस अभियान के तहत एकत्रित हुई थी?
  • यह खिलौने, सामग्री व राशि कहां है?
  • किस आंगनवाड़ी को भेजी गई, यह जानकारी सार्वजनिक हो?
  • सरकार के इस अभियान के अंतर्गत अभी तक कितनी आंगनवाडियो को किन-किन लोगों ने गोद लिया है?
  • किन-किन आंगनबाड़ियों पर कुल कितनी राशि सुधार के लिए खर्च की गई है, उसकी जानकारी भी सार्वजनिक हो?
  • आंगनबाड़ियों की दशा सुधारने के लिए सरकार ने अभी तक क्या कदम उठाए हैं?
  • प्रदेश में इस अभियान के बाद कुल कितनी राशि आंगनबाड़ियों के सुधार पर खर्च की गई है और और यह राशि किस मद से और कहां से ली गयी है?
  • यदि एकत्रित किये गये खिलौने व सामग्री आंगनबाड़ियों तक नहीं पहुंचे है तो वह कहां है, यह जानकारी भी सार्वजनिक हो।
  • यह अभियान सिर्फ़ उसी दौरान चला, बाद में यह क्यों नहीं चला? क्या आँगनवाडियो की दशा मुख्यमंत्री के दो बार घूमने से सुधर गयी?

सलूजा ने कहा कि हमने देखा है कि आंगनवाड़ी से खिलौनों के चोरी का मामला भी सामने आया था और अभी तक कई आंगनबाड़ियों तक यह सामग्री पहुंची भी नहीं है, इससे समझा जा सकता है कि अब मध्यप्रदेश में एक नया ‘खिलौना घोटाला’ सामने आया है। कांग्रेस के इस मामले में चुप नहीं बैठेगी, इसकी लड़ाई को लड़ेगी, क्योंकि यह आंगनवाड़ी के बच्चों के साथ एक बड़ा मजाक है। शिवराज सरकार इन सवालों के जवाब दे।

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