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भीड़ को रोकने में क्या हो रही है परेशानी ? – मध्यप्रदेश में कलेक्टर और एसपी से पूछेगा कोर्ट

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की युगल पीठ ने मंगलवार को राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ पर प्रतिबंध लगाने को लेकर दायर जनहित याचिका की सुनवाई की। न्यायमित्र व याचिकाकर्ता ने कोर्ट में जो फोटो पेश किए, उन्हें देखकर कोर्ट ने कहा कि कार्यक्रमों में भारी भीड़ हो रही हैं। फोटो में हजार लोग दिख रहे हैं।

कोर्ट ने 30 सितंबर को ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी व मुरैना के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को तलब किया है। सुबह 9:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोर्ट में उपस्थित दर्ज करानी होगी। 9:30 बजे से 10:30 बजे के बीच इस केस की सुनवाई होगी। कलेक्टर व एसपी से ही पूछा जाएगा कि उन्हें भीड़ को रोकने में क्या परेशानी आ रही है।

अधिवक्ता आशीष प्रताप सिंह ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि 24 सितंबर से 28 सितंबर के बीच जो राजनीतिक कार्यक्रम हुए हैं, उनकी स्थिति आपने देख ही ली है। कार्यक्रमों में भारी भीड़ हो रही है। लोग न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है। सभा में बच्चों को भी बुलाया जा रहा है।

राजनीतिक कार्यक्रम में एक एसडीएम भी संक्रमित हुए थे। एसडीएम की संक्रमण के कारण मौत भी हो चुकी है, फिर भी राजनेता सबक नहीं ले रहे हैं। गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। आम आदमी के जीवन को खतरे में डाल दिया है। अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी ने तर्क दिया कि न्यायमित्र की रिपोर्ट में ऐसा कोई तथ्य नहीं है, जिसमें कहीं भी 100 से ज्यादा लोग बताए हैं। अखबार की कटिंग के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। इसलिए गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं माना जा सकता है।

न्यायमित्र संजय द्विवेदी, राजू शर्मा, विजय दत्त शर्मा ने भी अपनी रिपोर्ट पेश की। 24 से 28 सितंबर के बीच हुए राजनीतिक कार्यक्रमों की फोटो कोर्ट के समक्ष पेश की गई। न्यायमित्रों की ओर से बताया गया कि गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है। एक फोटो में जीवाजी विश्वविद्यालय में मल्टी आर्ट कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के समय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की गाड़ी के चारों ओर भारी भीड़ खड़ी हुई थी। इस दौरान गाइड लाइन का उल्लंघन हो रहा था।

दूसरे में पिछोर में आयोजित मुख्यमंत्री की सभा के फोटो भी पेश किए गए। सीएम की सभा में गाइडलाइन का उल्लंघन बताया गया है। मंच व नीचे बैठे लोगों के फोटो कोर्ट के समक्ष पेश किए गए। याचिकाकर्ता भी शहर में आयोजित सभा व भूमि पूजन कार्यक्रमों के फोटो खींचने पहुंच रहे हैं। उन्होंने ग्वालियर पूर्व व ग्वालियर विधानसभा में हुए भूमि पूजन कार्यक्रम, जनसंपर्क व सभाओं के फोटो पेश किए हैं, जिसमें भारी भीड़ नजर आ रही है।

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