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कोलारस विधायक बीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा से इस्तीफा दिया

इस्तीफे के लिए पार्टी के सिंधिया समर्थक नवागत भाजपाइयों को जिम्मेदार ठहराया

कोलारस – कोलारस विधायक बीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने गुरुवार को शिवपुरी स्थित अपने निज निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है। रघुवंशी ने कहा- जनता से सलाह लेने के बाद आगे की रणनीति तय करूंगा। उन्होंने इस्तीफे के लिए पार्टी के नवागत भाजपाइयों को जिम्मेदार ठहराया है। अपने त्यागपत्र में लिखा, पूरे ग्वालियर-चंबल में मेरे जैसे कई कार्यकर्ता हैं, जिनकी उपेक्षा नवागत भाजपाई कर रहे। सूत्रों का कहना है कि रघुवंशी कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। हालांकि, रघुवंशी ने अभी तक ऐसा कुछ कहा नहीं है। रघुवंशी साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराजगी के चलते कांग्रेस छोड़ी थी। अब भाजपा छोड़ने की वजह भी यही नाराजगी बनी।
रघुवंशी ने इस्तीफे में कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह कहते हुए कांग्रेस सरकार गिराई थी कि किसान कर्ज माफी नहीं की जा रही है, लेकिन उसके बाद से उन्होंने आज तक कर्ज माफी की बात नहीं की है। शिवपुरी जिले समेत पूरे प्रदेश में सहकारी बैंक में हो रहे घोटालों का जिक्र भी उन्होंने किया है। कहा है कि किसान परेशान हैं, लेकिन किसानों की बात सुनने वाला कोई नहीं है। प्रदेश भर में गोमाता के नाम पर वोट मांगे गए, लेकिन गोमाता की रक्षा-सुरक्षा के लिए कोई प्रावधान नहीं किए जाते हैं। 3.14 लाख करोड़ के बजट में गोमाता की रक्षा के लिए बजट नहीं आवंटित होता है। बार-बार आग्रह करने पर तीन से चार महीने बाद राशि दी जाती है।
उन्होंने कहा कि पार्टी में विधायक दल की बैठक और अन्य बैठक में प्रदेश हित के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की जाती, बल्कि भ्रष्टाचारियों का बचाव किया जाता है। मैं जनसेवक हूं, ऐसे वातावरण में अत्यंत घुटन महसूस कर रहा हूं और आहत हूं।
उन्होंने अपने इस्तीफे में शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का नाम लिए बगैर उन्हें भी घेरा। कहा है कि पूर्व में कई बार शिकायत हुई, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में उनके जैसे कार्यकर्ता उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेजे गए त्यागपत्र में विधायक रघुवंशी ने लिखा, शिवपुरी जिले और कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इसलिए की जा रही है, ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रुकावट पैदा कर सकें। मुझे और मेरे कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें। सरकार के मंत्री एवं प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब गए हैं। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने खुद मेरे विधानसभा क्षेत्र में रिश्वत मांगने के मामले में कहा कि मंदिर में भी प्रसादी चढ़ाते हैं, यह उसी तरह का नेग है और नेग तो देना पड़ेगा।’ भ्रष्टाचार ने प्रदेश को शर्मसार किया है, प्रशासन निरंकुश है, भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुनवाई नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं के संज्ञान में कई बार यह मामला लाया जा चुका है, लेकिन हर बार अनदेखी की गई है।

किसानों की जमापूंजी में बड़े घोटाले किए

विधायक रघुवंशी ने लिखा- शिवपुरी जिले सहित सम्पूर्ण प्रदेश में कॉपरेटिव बैंकों में किसानों की जमापूंजी में ही सेंध लगाकर राशि का आहरण करने के बड़े घोटाले सामने आए। किसानों से की गई धोखाधड़ी के मामले सरकार के सामने आने के बाद भी विगत तीन वर्षों से किसान अपनी जमा राशि निकालने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। किसानों की जमा राशि का भुगतान उन्हें ही नहीं हो रहा, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। कॉपरेटिव बैंकों के घोटाले के विषय पर विधानसभा में भी मैंने मुद्दा उठाया, चर्चा हुई, लेकिन आज तक सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे किसान लगातार परेशान हैं।
प्रदेश भर में गोमाता के नाम पर वोट तो मांगे गए, लेकिन गोमाता के पोषण के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। बनाई गई गोशालाओं में से अधिकतर का संचालन नहीं हो रहा और जो संचालित हैं, उनमें 4-5 महीनों तक सरकार द्वारा राशि नहीं भेजी जाती, जिससे गोमाता आज भी सड़कों पर प्राण त्याग रहीं हैं। प्रदेश सरकार के 3.14 लाख करोड़ के बजट में गोमाता के लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया।

सिंधिया समर्थक महेंद्र यादव से तकरार भी एक वजह

बीरेंद्र रघुवंशी और सिंधिया समर्थकों के बीच कई बार अंदरूनी से लेकर सार्वजनिक विवाद सामने आए। सिंधिया के साथ भाजपा में आए पूर्व विधायक महेंद्र यादव भी टिकट की मांग कर रहे हैं। यही वजह रही कि कोलारस में भाजपा दो खेमों में बंट गई। दोनों खेमों के बीच कई बार तकरार भी देखने को मिली है। विधायक बीरेंद्र रघुवंशी मंच से नाम न लेते हुए अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साध चुके हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा से काफी नाराज नजर आए। रघुवंशी का आरोप है कि नवागत भाजपाई उनकी और उनके समर्थकों की उपेक्षा कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा से काफी नाराज नजर आए। रघुवंशी का आरोप है कि नवागत भाजपाई उनकी और उनके समर्थकों की उपेक्षा कर रहे हैं।
2013 में सिंधिया ने प्रचार किया, यशोधरा से हार गए थे बीरेंद्र
बीरेंद्र ने 2013 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर शिवपुरी से लड़ा था। उनके सामने भाजपा से यशोधरा राजे सिंधिया थीं, तब ज्योतिरादित्य ने संभवतः पहली बार अपनी बुआ के खिलाफ खुले तौर पर चुनाव प्रचार किया था। उन्होंने शिवपुरी में बीरेंद्र रघुवंशी के समर्थन में एक सभा की थी। हालांकि, बीरेंद्र 11 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे। उन्हें ऐसा लगा कि सिंधिया ने जानबूझकर हरवाया है। इसके कुछ समय बाद 2014 में बीरेंद्र सिंह कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें कोलारस विधानसभा से टिकट दिया। उनके सामने सिंधिया समर्थक महेंद्र यादव कांग्रेस से थे। इस चुनाव में बीरेंद्र रघुवंशी 900 वोटों से जीते थे। हालांकि, बीरेंद्र सिंह सबसे पहले 2006 के उपचुनाव में शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़े थे। यह सीट यशोधरा राजे के 2004 का लोकसभा चुनाव लड़ने से खाली हुई थी। तब कांग्रेस में रहते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीरेंद्र सिंह को टिकट दिलवाया था। इस चुनाव में भाजपा की ओर से गणेश गौतम प्रत्याशी थे। भाजपा ने इस उपचुनाव में 70 से ज्यादा विधायक प्रचार में उतार दिए थे। वहीं, प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी चुनाव प्रचार में लगे। इसके बावजूद भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।

2018 में महेंद्र यादव को हराया, भाजपा में आकर प्रतिद्वंद्वी बन गए

बीरेंद्र रघुवंशी 2018 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और कांग्रेस के महेंद्र यादव को हराया। महेंद्र यादव सिंधिया समर्थक हैं। अब विधानसभा चुनाव करीब हैं। ऐसे में सिंधिया भी चाह रहे हैं कि महेंद्र यादव को ही आगे किया जाए। पंचायत मंत्री भी महेंद्र यादव को ही ज्यादा तरजीह देते हैं। महेंद्र यादव भी शिवपुरी में अधिकतर कार्यक्रमों में महेंद्र सिंह सिसोदिया के आसपास ज्यादा नजर आते हैं। इस कारण बीरेंद्र रघुवंशी को लग रहा था कि अगले चुनाव में महेंद्र यादव को ये आगे करना चाह रहे हैं।

कमलनाथ बोले- बीजेपी में रहकर देख लिया, जब आएंगे तब देखेंगे

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि भाजपा के विधायकों और अन्य नेताओं का पार्टी से मोह भंग हो रहा है। उन्होंने भाजपा में रहकर देख लिया है। बीजेपी विधायक बीरेंद्र रघुवंशी के कांग्रेस जॉइन करने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा- जब वो आएंगे तब देखेंगे। कमलनाथ महिलाओं से राखी बंधवाने के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने सीएम शिवराज के 450 रुपए के सिलेंडर की घोषणा पर कहा- जब देंगे तब बात करेंगे, लेकिन‌ मुझे खुशी है कि मेरी मांग पर 450 रुपए का सिलेंडर किया गया। अब उनकी

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