You are here
Home > Uncategorized > बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बाद अब छिंदवाड़ा में पंडित प्रदीप मिश्रा कथा सुनाएंगे – कमलनाथ

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बाद अब छिंदवाड़ा में पंडित प्रदीप मिश्रा कथा सुनाएंगे – कमलनाथ

आदिवासियों पर अत्याचार से विश्व में क्या संदेश जाएगा – कमलनाथ

भोपाल – बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बाद अब छिंदवाड़ा में पंडित प्रदीप मिश्रा कथा सुनाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा- पंडित मिश्रा ने दो महीने पहले ही तारीख दे दी थी। उनका भी स्वागत है। ये कोई चुनावी कथा नहीं है।
पीसीसी चीफ मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित केश शिल्पी सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा है कि हमारे देश की सबसे बड़ी शक्ति आध्यात्मिक शक्ति है। जो यह भीड़ जुटती है, आध्यात्मिक शक्ति का ही प्रतीक है। मुझे खुशी है कि जो भी लोग आते हैं, उनको छिंदवाड़ा देखने का मौका मिलता है। छिंदवाड़ा के लोग भी खुश होते हैं।’
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से टिकट घोषित करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमें कोई जल्दी नहीं है। जिन्हें इशारा करना था, हमने कर दिया।’

देश में 82 फीसदी हिंदू, बहस की क्या बात है

धीरेंद्र शास्त्री द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के ऐलान की खबरों पर कमलनाथ ने कहा- उन्होंने हिंदू राष्ट्र की बात नहीं की। उन्होंने सर्वधर्म की बात कही। उन्होंने कल पूरा दिन सर्वधर्म को डेडिकेट किया। सब धर्मों के लोगों को मंच पर बुलाया। हिंदू राष्ट्र बनाने की बात क्या है, यहां 82% हिंदू तो हैं ही।
जिस देश में इतनी बड़ी परसेंटेज में हिंदू हो वहां कोई बहस की बात है? भारत में 82% हिंदू हैं। हम कहें कि यह हिंदू राष्ट्र है, यह कहने की क्या आवश्यकता है? यह तो आंकड़े बताते हैं।

आदिवासियों पर अत्याचार से विश्व में क्या संदेश जाएगा

कमलनाथ ने कहा- मैं सोमवार को झाबुआ में स्वाभिमान यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल हुआ था। विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम भी था। मुझे यह कहना है कि हम कैसे आदिवासी दिवस मनाएं? जब आदिवासियों पर अत्याचार में मध्यप्रदेश नंबर वन है। रोज कुछ न कुछ घटनाएं हो रही हैं।
अनूपपुर जिले के 15 आदिवासियों को गुजरात के राजकोट में मारा-पीटा गया। आदिवासियों पर जुल्म हो रहे हैं। विश्व आदिवासी दिवस पर हम विश्व को क्या कहेंगे? कैसे हम आदिवासी दिवस मना रहे हैं? यह बहुत शर्म की बात है। मणिपुर में क्या हो रहा है? आदिवासियों, गैर आदिवासियों के बीच विवाद हो रहा है। यह सारे हालात आज सबके सामने हैं।

किसी को प्रदेश की चिंता नहीं, चार महीने में समेटने में लगे

खंडवा पथराव की घटना पर कमलनाथ ने कहा- अभी सिंगरौली में सबने देखा कि एक विधायक के बेटे ने गोली चलाई। यह सब मध्यप्रदेश में हो रहा है। यहां किसी को प्रदेश चलाने की चिंता नहीं है। यह प्रदेश का हाल है। मुझे तो बड़ा दुख है…बड़ी चिंता है कि अगले 4 महीने प्रदेश कैसे चलेगा? क्योंकि किसी का ध्यान प्रदेश चलाने पर नहीं है।
अब तो सब इसमें लगे हैं कि कैसे हम कितना समेट लें। सरकार से कभी किसी ने यह पूछा कि साढ़े तीन लाख करोड़ का जो कर्जा लिया, उस कर्जे का क्या हुआ? कितने ठेके दिए और ठेकों में कितना एडवांस लिया, यह कोई नहीं पूछेगा।

मैंने 15 साल पहले हनुमान मंदिर बनवाया, लेकिन पब्लिसिटी नहीं की

जेडीयू नेता शिवानंद तिवारी द्वारा धीरेंद्र शास्त्री की कथा के आयोजन पर सवाल उठाए जाने पर कमलनाथ ने कहा, ‘मैंने तो 15 साल पहले हनुमान मंदिर बनवाया था। यह कोई चुनाव के लिए बना है क्या? मैंने तो इसकी पब्लिसिटी भी नहीं की थी। जो है, वह सामने सबको दिख रहा है कि सबसे बड़ा हनुमान मंदिर 15 साल पहले छिंदवाड़ा में बना था। वह मंदिर मैंने अपनी भावनाओं से बनवाया था।’

Top