You are here
Home > Uncategorized > नहर निर्माण में लापरवाही का किसानों ने शुरू किया विरोध

नहर निर्माण में लापरवाही का किसानों ने शुरू किया विरोध

सागर में किसानों ने कहा-9 गांव के 149 किसानों की भूमि ली, मगर नहर का काम नहीं हुआ

सागर – सागर जिले के देवरी विकासखंड में मंसूरबावरी बांयी तट नहर विस्तार परियोजना का काम किया जा रहा है। नहर के लिए 9 गांवों के 149 किसानों की भूमि अधिग्रहण की गई। लेकिन नहर का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। परियोजना में 18.5 किमी लंबी नहर का काम किया जाना है। लेकिन ठेकेदार नहर की लंबाई घटाकर करीब 11.5 किमी की नहर का काम कराने की योजना बना रहा है। जिसके विरोध में किसानों ने देवरी एसडीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है।

किसानों ने कहा कि मंसूरबावरी बांयी तट नहर विस्तार परियोजना देवरी विकासखंड में बनाई जा रही है। जिसमें जल संसाधन विभाग को 1064 लाख रुपए की स्वीकृति शासन से दी गई है। टेंडर प्रणाली के माध्यम से उक्त कार्य मेसर्स कौशल प्रसाद पटेल एचएम गायत्री कॉलोनी के पास समन रीवा को दिया गया है। लेकिन ठेकेदार द्वारा इस कार्य में रूचि न लेने और विभाग की लापरवाही के चलते अब तक कार्य पूरा नहीं हुआ है। जिससे किसान पानी की समस्या से परेशान हो रहे हैं। नहर का काम रुकने से गोरखपुर, कटंगी, सेमराखेड़ी, सिलारी, पुरैना करन, खमरिया, बिचुआ, डोगरसलैया और ग्राम समनापुर सेठ के किसानों में आक्रोश है।

वर्तमान समय में खेत पूर्णत: खाली है। बावजूद इसके नहर का कार्य बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग व केठेकेदार षड्यंत्र पूर्वक परियोजना के करोड़ों रुपयों की राशि का गबन करने की योजना बना रहे हैं। नहर की लंबाई कम की जा रही है। किसानों ने कहा कि यदि इस परियोजना का कार्य 7 दिन के अंदर शुरू नहीं किया जाता है तो परियोजना से प्रभावित ग्रामों के लोग डोंगरसलैया में धरना प्रदर्शन व अनिश्चित कालीन हड़ताल करेंगे। इस दौरान विपिन चौबे, योगेंद्र सिंह, नेतराज सिंह, संजय सिंह, महेंद्र लोधी समेत अन्य मौजूद थे।
इन गांवों के किसान हो रहे प्रभावित
किसान विपिन चौबे ने बताया कि नहर निर्माण के लिए गोरखपुर, कटंनी, समनापुर सेठ, खमरया, सेमराखेड़ी, डोंगर सलैया, बिछुआ, भवतरा पुरैना करन और सिलारी के 149 किसानों की निजी भूमि भू-अर्जन की जा चुकी है। किसानों के खाते में राशि भी जमा हो गई है। निविदा में नहर की लंबाई 18.5 किमी लंबाई बताई गई है। लेकिन अब ठेकेदार विभाग से सांठगांठ कर नहर की लंबाई घटाकर 11.5 किमी करना चाहता है। जिससे सैकड़ों किसानों को निकसान होगा। इस समय नहर का काम बंद पड़ा है। उन्होंने शासन से नहर का काम जल्द पूरा कराने और नियमानुसार लंबाई बढ़ाने की मांग की है।

Top