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छिंदवाड़ा में एक ही कथा में, तीनों मौसम का आनंद मिला : पं. प्रदीप मिश्रा

पांच दिवसीय कथा का आज हुआ विराम, पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने आभार माना

छिन्दवाड़ा/ भोपाल – श्री सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया में श्री कुबेरेश्वर धाम के प्रमुख पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा श्री 16 सोमवार शिव महापुराण व्रत कथा के पांचवें दिन कथा को विराम दिया गया। पांच दिवसीय इस कथा ज्ञान यज्ञ में श्री मिश्रा ने शिव तत्व व श्री महादेव के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन करते हुए शिव पुराण, स्कंद पुराण, रामायण सहित अन्य वेद व ग्रन्थों में उल्लेखित शुभ फल दायिनी कथाओं का बखान किया।
अपनी सौम्य वाणी में पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ने कहा कि श्री हनुमतलाल जी के आदेश और श्री कमलनाथ व श्री नकुलनाथ के सद प्रयासों से छिंदवाड़ा वासियों पर भोलेनाथ की कृपा हुई और शंकर भगवान की उदारता के ही कारण मुझे यहां पांच दिवसीय कथा वाचन का सौभाग्य मिला और भोलेनाथ का चमत्कार है कि इन पांच दिनों की एक कथा में हम सभी ने शिव भक्ति में डूब कर ठंडी, गर्मी और बरसात तीनों ही मौसम का आनंद लिया और यह चमत्कार छिंदवाड़ा की पुण्य धरा पर देखने को मिला, यह अवसर उपलब्ध कराने के लिए श्री कमलनाथ जी को साधुवाद।
पंडित जी ने अपने भावपूर्ण उद्बोधन में कहा कि छिंदवाड़ा को शिव कृपा से यह कथा मिली यह बड़ी बात है, परंतु उससे बड़ी बात यह है कि मुझे ऐसे अद्भुत शिव भक्तों के दर्शन करने का अवसर मिला और जब तक शिव कृपा नहीं करते कथा तक पहुंचा नहीं जा सकता। आपकी भक्ति, प्रेम, विश्वासभाव व नाथ परिवार की श्रद्धा से यह अवसर मिला है। भागवत भूषण ने इस अवसर पर स्पष्ट कहा कि कुछ प्रश्नकर्ताओं ने मुझसे पूछा था कि क्या यह कथा राजनीति का मंच है तब मैंने उन्हें उत्तर दिया कि मुझे कमलनाथ जी और नकुलनाथ जी इंदौर में मिले थे और बड़ी सरलता से कहा था कि आप छिंदवाड़ा आइये और जिले वासियों को भी कथा श्रवण का अवसर प्रदान कीजिए और जो सक्षम व्यक्ति छिंदवाड़ा में कथा के लिए बार-बार मिलकर, लगातार फोन लगाएं यह उस व्यक्ति की शिव भक्ति को प्रमाणित करता है। उन्होंने कहा कि आप यह बताएं कि इन पांच दिनों में कथा मंच पर राजनीति कहां दिखी और जो व्यक्ति कथा के लिए अपने जिले वासियों के लिए इतना बड़ा कथा मंच सजा सकता है वह राजनीति के लिए और भी बड़े मंच सजा सकता है, परंतु श्री कमलनाथ के आग्रह में भक्ति भाव था इसीलिए यह ईश्वर की कृपा हुई।
अपने उद्बोधन में श्री मिश्रा ने कहा कि जो व्यक्ति जल लेकर शिवालय जाते हैं उन्हें किसी से कुछ मांगने की आवश्यकता नहीं पड़ती और महादेव का घर और महादेव का दर ऐसा द्वार है जहां रोज-रोज जाने पर व्यक्ति की इज्जत ही बढ़ती है। उन्होंने बताया कि शिव महापुराण में उल्लेख है कि संसार में दान के लिए दान पेटी धन के लिए धन पेटी, पत्र के लिए पत्र पेटी और कई तरह की पेटियां होती है परंतु मनुष्य के पापों के लिए कोई पेटी नहीं होती जिसमें उसे वहां डाल सके इसीलिए मंदिर बनवाए गए हैं और जब हम मंदिर जाते हैं तो हमारे पाप स्वमेव वहां कट जाते है, समाप्त हो जाते है। उन्होंने कहा की छिंदवाड़ा जिले पर शिव की बड़ी कृपा है यह बड़ा महादेव, छोटा महादेव, पातालेश्वर, अर्धनारीश्वर सहित सैकड़ो शिवालय है और कमलनाथ जी ने 55 किलोमीटर का शहर में भी रिंग रोड बनवा दिया है जिसकी परिधि में सर्वत्र शिव दर्शन होते हैं।
भागवत भूषण ने कहा कि मनुष्य 24 घंटे में 21हजार छह सौ बार श्वास लेता है और उसके शरीर में साढ़े तीन करोड़ रोम छिद्र है यदि मनुष्य 24 घंटे में 1 मिनट भी ईश्वर का नाम लेता है तो वह पुण्य 24 घंटे पुर जाते हैं और यह दिखावा नहीं है । क्योंकि जहां दिखावा होता है वहां भक्ति नहीं होती है और छिंदवाड़ा की यह कथा इस भक्ति का प्रमाण है। कथा विराम दिवस पर श्री मिश्रा ने श्री 16 सोमवार व्रत कथा के प्रारंभ पूजन विधि प्रसाद व 17 वे सोमवार पर उद्यापन की विधि बताई साथ ही संपूर्ण भारतवर्ष में विद्यमान श्री सोमनाथ, श्री मल्लिकार्जुन, श्री महाकालेश्वर, श्री ओमकारेश्वर, श्री केदारनाथ, श्री भीमाशंकर, श्री काशीविश्वनाथ, श्री त्रंबकेश्वर, श्री वैधनाथ, श्री नात्रेश्वर, घृष्णेश्वर 12 ज्योतिर्लिंगों का महत्व बताया।

भारी मन और भावुकता से कमलनाथ ने आभार माना

शिव महापुराण कथा के पांचवें विराम दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री व कथा के यजमान श्री कमलनाथ ने संपूर्ण छिंदवाड़ा जिला अन्य समीपस्थ जिलों और अन्य प्रदेशों से आए लाखों भक्त जनों की ओर से पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी महाराज का भारी मन और भावुकता से आभार माना उन्होंने कहा कि महाराज जी हम सब आज उदास है लेकिन आपको वादा करना होगा कि आप फिर यहां आएंगे और कृपा बरसाएंगे। श्रीनाथ ने अपने उद्बोधन को

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