You are here
Home > Uncategorized > राजनगर पार्षद हत्याकांड में दिग्विजय का धरना खत्म, कमलनाथ बोले- इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा

राजनगर पार्षद हत्याकांड में दिग्विजय का धरना खत्म, कमलनाथ बोले- इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा

तीसरे दिन सुपुर्द-ए-खाक के लिए माने परिजन, वोटिंग के दिन कुचलकर की गई थी हत्या

छतरपुर – छतरपुर जिले की राजनगर सीट पर कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने धरना खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा, प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हम परिवार के साथ अब भी हैं। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो धरने पर पुनर्विचार कर सकते हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा, अब यहां से सीधे रहली जाऊंगा। जहां कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल की छह गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया है। कई कार्यकर्ताओं के हाथ पैर तोड़ दिए गए हैं। इसलिए अभी मैं भोपाल नहीं जाऊंगा।
दरअसल, राजनगर सीट से कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा के साथी सलमान खान की वोटिंग वाले दिन (17 नवंबर) गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया समेत 20 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं।

21 घंटे से धरना दे रहे थे दिग्विजय

सांसद व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शनिवार 18 नवंबर को मृतक सलमान के घर खजुराहो पहुंचे थे। वे 21 घंटे से खजुराहो थाना परिसर में धरने पर बैठे थे। यहां उन्होंने परिवारजन को ढांढस बंधाया। इसके बाद थाने पहुंचकर धरना शुरू किया। वे पार्षद सलमान खान की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। धरने के दौरान बॉडी डीकंपोज होकर दुर्गंध न फैलाए, इसलिए डीप फ्रीजर में रखी गई थी। प्रशासन के आश्वासन के बाद परिजन सुपुर्द-ए-खाक के लिए राजी हुए हैं।

कमलनाथ बोले- इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने राजनगर हत्याकांड, रहली में कांग्रेस प्रत्याशी के ऊपर हमले के अलावा भिंड में दलित का घर जलाए जाने के मामले में कार्रवाई न होने पर प्रशासन को चेतावनी दी है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा- आखिर कौन है, जो हत्यारों को बचा रहा है और किसके इशारे पर पुलिस और प्रशासन चुप्पी साध कर बैठा है? मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि पूरी पार्टी एक-एक कार्यकर्ता के पीछे खड़ी है। हम एकजुट होकर इस अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करेंगे और न्याय लेकर रहेंगे। जो अन्याय के साथ खड़े हैं, उन्हें भी इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।

Top