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इंदौर नगर निगम फर्जी बिल कांड: 100 करोड़ तक पहुंचने की आशंका

आरोपियों के लिए लगातार दबिश, घर तोड़ने की तैयारी, रेड कॉर्नर नोटिस जारी होगा

इंदौर – नगर निगम इंदौर में फर्जी बिल घोटाले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने जिन 16 फाइलों को बरामद किया था, उनमें 20 करोड़ का घपला सामने आने के बाद 3 केस और दर्ज करने की तैयारी है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ठेकेदार विदेश भाग सकते हैं। लिहाजा वह जल्द ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी करेगी। डीसीपी जोन-3 पंकज पांडे ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में टीम लगातार दबिश दे रही है। पुलिस ने फाइलों की स्क्रूटनी करने के साथ ही आरोपियों के रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों के कई ठिकानों को भी चिह्नित कर लिया है। इधर शुक्रवार को हाई कोर्ट ने इस घोटाले में आरोपी ठेकेदार मोहम्मद सिद्दिकी की अग्रिम जमानत खारिज कर दी। साथ ही सरेंडर करने के भी आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि सभी आरोपी ठेकेदार पकड़ में आएंगे तो यह घोटाला 100 करोड़ रुपए का भी हो सकता है। मामले में पुलिस की ओर से हाई कोर्ट में शासकीय अधिवक्ता राजेश जोशी ने पैरवी की।

वकील बोले- मकान तोड़ने की तैयारी

ठेकेदार के वकील ने कहा, नगर निगम याचिकाकर्ता के मकान भी तोड़ सकती है। वह सरेंडर को तैयार हैं, बस मकान नहीं तोड़ा जाए। वहीं फर्म नींव कंस्ट्रक्शन के मो. साजिद और किंग कंस्ट्रक्शन के मो. जाकिर की भी अग्रिम जमानत याचिका लगी है।

महापौर बोले- अन्य विभागों में भी गड़बड़ी

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आशंका जताई है कि ड्रेनेज ही नहीं अन्य विभागों में भी इसी तरह फर्जी बिल लगाकर घपले हुए होंगे। हम सभी मामलों की जांच करवाएंगे। पांचों कंपनियों की गैंग ने अफसरों के फर्जी दस्तखत ही नहीं किए, उनकी कार से फाइलें तक गायब करवाई हैं। यहां तक कि विभागीय आईडी और पासवर्ड का भी इस्तेमाल किया गया। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद निगमायुक्त शिवम वर्मा ने पांचों फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी।

ये कंपनियां ब्लैक लिस्टेड

निगमायुक्त शिवम वर्मा ने नीव कंस्ट्रक्शन, प्रो. मो. साजिद, ग्रीन कंस्ट्रक्शन, प्रोप्रा. मो. सिद्धीकी, क्षितिज इन्टरप्राईजेस, जहान्वी इंटरप्राइजेस प्रोप्रा. रेणु बडेरा व राहुल बडेरा, किंग कंस्ट्रक्शन प्रोप्रा. मो. जाकिर (सभी इंदौर) को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है।

पुलिस घोषित कर चुकी है 10 हजार का इनाम

पुलिस ने पांच आरोपियों पर 10 हजार रु. का इनाम घोषित किया है। निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने इन पांचों कंपनियों को तीन दिन पहले ही ब्लैक लिस्ट किया है। इसके साथ ही भुगतान पर भी रोक लगाई है। आरोपियों के नाम मोहम्मद साजिद (नींव कंस्ट्रक्शन), मो. सादिक (ग्रीन कंस्ट्रक्शन), मो. जाकिर (किंग कंस्ट्रक्शन), रेणु वडेरा (क्षितिज इंटरप्राइजेस) और राहुल वडेला (जानवी इंटरप्राइजेस) हैं।

कैसे किया फर्जीवाड़ा

पांचों ठेकेदारों ने 20 ड्रेनेज कार्यों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए जो सीधे ऑडिट विभाग के पास पहुंचे। वहां से पास भी हो गए जबकि पांचों फर्म को वर्क ऑर्डर ही जारी नहीं हुए। इनसे जुड़े आवक और जावक क्रमांक भी फर्जी थे। जिन कार्यों के बिल प्रस्तुत हुए, उनका ठेका अन्य ठेकेदारों को मिला था। अनुबंध भी अन्य फर्मों के साथ हुए थे।

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