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ऐसा एक दिन भी नहीं जा रहा है जिसमें आदिवासियों-दलितों के साथ कोई अपराधिक घटना न घट रही हो – विक्रांत भूरिया

आदिवासी विरोधी है भाजपा और उसकी सरकारें – रामू टेकाम

छिंदवाड़ा/ भोपाल – पूरे देश में आदिवासियों पर अत्याचार एवं शोषण की घटनाएं लगातार बढ़ रही है विशेषकर मध्यप्रदेश में ऐसा एक दिन भी नहीं जा रहा है जिसमें आदिवासी समाज, दलितों के साथ कोई अपराधिक घटना न घट रही हो। मध्य प्रदेश में सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। उक्त आशय के आरोप लगाते हुए छिंदवाड़ा के राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने कहा कि पूरे देश ने मणिपुर कांड को सोशल मीडिया एवं मीडिया के माध्यम से लोगों ने देखा किस तरह से आदिवासी महिलाओं के साथ बर्बरता पूर्वक व्यवहार किया गया, गैंग रेप किया गया, उन्हें निर्वस्त्र कर घुमाया गया। उनके परिवार जनों की हत्या कर दी गई । रूह कांप जाती है यह सब देखकर। उन्होंने आगे कहा कि सबसे ज्यादा दुख तो तब होता है जब मणिपुर का मुख्यमंत्री बड़ी बेशर्मी से कहता है कि ऐसी तो सैकड़ों घटनाएं हो चुकी है । और मणिपुर की राज्यपाल के द्वारा राज्य की अति गंभीर स्थिति से केंद्र की मोदी सरकार को अवगत कराने के बावजूद भाजपा की सरकार आंख मूंदकर बैठे रहती है। देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री भले ही आंखें मूंद लें लेकिन आज दुनिया देख रही है कि मणिपुर में किस तरह की अराजकता फैली हुई है किस तरह से संरक्षित अत्याचार हो रहा है । विक्रांत भूरिया ने भाजपा सरकार को मणिपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा की भाजपा की बांटने की राजनीति का शिकार हमारे देश का अभिन्न अंग मणिपुर हो रहा है। इसी तरह से भाजपा शासित मध्यप्रदेश में सीधी में हमारे आदिवासी भाई के ऊपर पेशाब की जाती है नेमावर में हमारी मां बहनों के साथ बलात्कार करके उन्हीं को 10 फीट जमीन के नीचे गाड़ दिया जाता है। नीमच में हमारे आदिवासी भाई को गाड़ी में बांधकर घसीट कर उसकी हत्या की जाती है। ऐसा ही वीभत्स कांड गुना में होता है । ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है हमारे छिंदवाड़ा जिले से लगे सिवनी के सिमरिया में दो आदिवासी भाइयों पर झूठे आरोप लगाकर पीट-पीटकर मार दिया जाता है। इन सब घटनाओं में एक बात समान है कि पीड़ित पक्ष हमारा आदिवासी समाज है और सभी मामलों के आरोपी भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं । और भारतीय जनता पार्टी सरकार के संरक्षण प्राप्त लोग हैं। जब ऐसी शर्मसार करने वाली घटनाएं होती है तब हमारे नेता माननीय कमलनाथ जी के निर्देश पर हमें आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालने की आवश्यकता होती है । आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का उद्देश्य एकदम साफ है यह यात्रा आदिवासियों के स्वाभिमान की रक्षा के लिए निकाली जा रही है यह यात्रा आदिवासियों का स्वाभिमान जगाने के लिए निकाली जा रही है। यह यात्रा आदिवासियों की दुश्मन भाजपा से आदिवासी भाइयों को सावधान करने के लिए निकाली जा रही है। डॉ विक्रांत भूरिया ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में बैकलॉग के डेढ़ लाख पद खाली पड़े हैं और भाजपा की सरकार द्वारा इनमें भर्ती नहीं की जा रही है । एससी एसटी के बच्चों को दो-दो साल स्कॉलरशिप नहीं दी जा रही है प्रदेश के गरीब मजदूर वर्ग को रोजगार के अभाव में पलायन करना पड़ रहा है। भाजपा सरकार में आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासियों को बेची जा रही है श्री भूरिया ने कहा कि भाजपा सरकार में पिछले 18 सालों में आदिवासी भाइयों की 92 हजार एकड़ जमीन जिसका बाजार मूल्य 20 हजार करोड़ रुपए है साठगांठ से बेच कर स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी द्वारा आदिवासी संरक्षण के लिए बनाए गए कानून का उल्लंघन किया गया । इतना ही नहीं भाजपा सरकार में आदिवासी वर्ग पर 30,000 से ज्यादा पुलिस के मामले दर्ज किए गए हैं । छह लाख सत्तर हजार से अधिक पट्टे जो कमलनाथ जी की कांग्रेस सरकार में दिया जाना निश्चित किया था उनमें से तीन लाख पट्टे निरस्त कर दिए गए हैं । इन सब घटनाओं एवं कृत्यों से यह सिद्ध होता है कि भाजपा नेता एवं भाजपा सरकार की मानसिकता आदिवासी विरोधी है। श्री भूरिया ने आगे कहा कि भाजपा की सरकार ना आदिवासी समाज को सुरक्षा दे पा रही है ना ही शिक्षा दे पा रही है ना ही स्वास्थ्य सुविधा दे पा रही है इसलिए कांग्रेस पार्टी ने यह तय किया कि वह आदिवासी स्वाभिमान की लड़ाई लड़ेगी आदिवासी पहचान की लड़ाई लड़ेगी और इस यात्रा के माध्यम से हम सभी गांव गांव गली मोहल्लों में चौपाल लगाकर प्रदेशवासियों को जागरूक कर रहे हैं। इस अवसर पर कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री शिवाजी राव मोघे ने भाजपा सरकार पर आदिवासी समाज दलित समाज एवं पिछड़ा वर्ग के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा की सरकार निजीकरण करके आरक्षण को समाप्त करने में लगी है। भाजपा सरकार में सरकारी कंपनियां बेची जा रही है। श्री शिवाजी मोघे ने आगे कहा कि जैसे ही चुनाव आते हैं भाजपा अपने आप को आदिवासी हितेषी बताने का ढोंग करती है और सत्ता में आते ही आदिवासियों का शोषण व अत्याचार करती है किंतु इस बार आदिवासी समाज भाजपा को पूरे देश में मुंहतोड़ जवाब देगा । उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि आगामी 20 तारीख को आदिवासी कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर देशभर में आदिवासी वर्ग पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करेगी ।
कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राम टेकाम ने भी इस पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हम आदिवासियों के हितों की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेंगे और आदिवासियों को सम्मान दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने 22 किलोमी

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