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भोपाल पुलिस ने प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह के घर के बाहर धरना देने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया

कांग्रेस के दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने भूपेंद्र सिंह के बंगले के बाहर इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी की

भोपाल – भोपाल पुलिस ने प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह के घर के बाहर धरना देने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। बता दें आय से अधिक संपत्ति के मामले में कांग्रेस की शिकायत पर नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ लोकायुक्त ने जांच शुरू कर दी है। लोकायुक्त ने 8 अगस्त को भूपेंद्र सिंह से जवाब मांगा है। मामला दर्ज होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता बंगले के बाहर एकत्रित होकर मंत्री जी के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके से पहुंची पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
शुक्रवार शाम युवक कांग्रेस के दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता चार इमली स्थित मंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले के बाहर जा पहुंचे। यहां मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी की। यहां कांग्रेसी कार्यकर्ता यहां धरने पर बैठ गए। युवक कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी और एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश संयोजक रवि परमार के नेतृत्व में प्रदर्शन करने लगे। करीब आधे घंटे तक मंत्री के बंगले के बाहर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हंगामा चलता रहा।
जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके से पहुंची पुलिस ने देखा कि कार्यकर्ता महाकाल लोक में मूर्ति ध्वंस धांधली व भ्रष्टाचार के संबंध मे प्रभारी मंत्री के घर के बाहर जमावाड़ा लगाकर बैठे हुए थे। भूपेंद्र सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इसके बाद देर रात को हबीबगंज थाने में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे विवेक त्रिपाठी समेत भोपाल जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश चौकसे, युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक परमार, आकाश चौहान और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया।

पुलिस उल्टी गंगा बहा रही है

युवा कांग्रेस ने इस पुलिस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। त्रिपाठी ने कहा कि, मुकदमा भ्रष्टाचारी मंत्री भूपेंद्र सिंह के विरुद्ध होना चाहिए, लेकिन पुलिस उल्टी गंगा बहा रही है, कार्रवाई की मांग करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। ये कौन सा न्याय है, जहां महाकाल लोक निर्माण कार्य का करोड़ों रुपए डकारने वाला मंत्री खुले घूम रहा है। गिरफ्तारी तो दूर एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। लेकिन इसके खिलाफ युवा कांग्रेस जब आवाज उठाती है, मंत्री से इस्तीफा मांगती है तो हमारे खिलाफ ही पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जाता है।
डीजीपी सुधीर सक्सेना जी व अन्य उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों को अपने नेता कमलनाथ का बयान याद दिलाना चाहता हूं। “कल के बाद परसो भी आता है” बीजेपी के इशारे पर पुलिस जो आम जन जो सरकार के खिलाफ आवाज उठाते है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है, उसका इंसाफ और हिसाब हमारी कमलनाथ सरकार करेगी। चार महीने बाद कांग्रेस सरकार आएगी तो ये भ्रष्टाचारी मंत्री जो जेल में होंगे ही, आपसे भी प्रताड़ना का हिसाब चुकता किया जाएगा। अब बस चार महीने बचे हैं। इस दौरान जितना प्रताड़ित करना है कर लो, जितने झूठे मुकदमे दर्ज करने हैं कर लो, चाहे लाठी मारो, चाहे गोली मारो या जेल में डालो, युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने से कोई नहीं रोक सकता। हम इन झूठे मुकदमों से नहीं डरने वाले। डरने की आवश्यकता झूठा मुकदमा दर्ज करने वालों की है। डरना उसे होगा जिसने महाकाल लोक निर्माण में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया।”

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