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भाजपा महाराष्ट्र में शिवसेना की तरह एनसीपी तोड़ने की कोशिश कर रही थी- संजय राऊत

लेकिन शरद पवार के इस्तीफे ने उनका गेम प्लान खराब कर दिया – संजय रा

मुंबई – शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र में शिवसेना की तरह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी को तोड़ने का प्रयास कर रही थी। महाराष्ट्र में लोग बैग भरकर तैयार थे और भाजपा में जाने वालों के लिए `लॉजिंग-बोर्डिंग’ की भी व्यवस्था कर ली गई थी, लेकिन शरद पवार के इस्तीफे ने उनका गेम प्लान खराब कर दिया। इसीलिए बीजेपी के पेट में दर्द हो रहा है।

उन्होंने कहा कि शरद पवार को BJP ज्वाइन करने का ऑफर मिला था, जिसके बदले उन्हें ईडी – सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों से छुटकारा देने की बात कही गई थी, लेकिन राकांपा प्रमुख ने यह ऑफर ठुकरा दिया। संजय राउत ने यह बातें पार्टी के मुखपत्र सामना के एक आर्टिकल में लिखी हैं।

संजय राउत ने आर्टिकल में ये पांच बड़ी बातें लिखीं…

  1. राकांपा तोड़ने का प्लान बना रही थी बीजेपी

भाजपा महाराष्ट्र में शिवसेना की तरह ही राष्ट्रवादी कांग्रेस को तोड़ने का प्लान बना रही थी, लेकिन पवार के इस्तीफे वाले मास्टरस्ट्रोक से भाजपा का गेमप्लान खराब हो गया। महाराष्ट्र में लोग बैग भरकर तैयार थे और कहा जा रहा था कि आने वालों के लिए लॉजिंग-बोर्डिंग’ की भी तैयारी कर ली गई थी। हालांकि, शरद पवार के खेल से भाजपा काप्लान’ कचरे की कुंडी में चला गया। अभी भाजपा के लॉजिंग-बोर्डिंग में बुकिंग अभी भी रद्द नहीं हुई है।

  1. भाजपा में जाने की प्लानिंग कर रहे नेताओं को कार्यकारिणी में शामिल किया

शरद पवार ने इस्तीफा देने के बाद एक कार्यकारिणी नियुक्त कर दी, जिसे पार्टी का नया अध्यक्ष चुनना था। इसमें ज्यादातर वे नेता थे, जिन्होंने भाजपा में शामिल होने की योजना बनाई थी। हालांकि पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाव के चलते कार्यकारिणी ने पवार का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया। इससे राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियों ने भी राहत की सांस ली।

  1. शरद पवार को भाजपा ज्वाइन करने का ऑफर मिला था

शिवसेना छोड़कर भाजपा में गए लोगों की हालत कूड़ेदान के आवारा कुत्तों से बदतर है। इसलिए भाजपा में जाना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना है, वहां हर बड़े नेता का राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा। पवार को भाजपा में शामिल होने का ऑफर मिला था। इसके लिए उन्हें पार्टी के नेताओं को ईडी – सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों से छुटकारा दिलाने की बात भी कही गई, लेकिन राकांपा चीफ ने यह ऑफर ठुकरा दिया।

  1. उत्तराधिकारी नहीं तैयार कर पाए पवार

शरद पवार देश की राजनीति में बड़ा नाम हैं। इसीलिए उनके इस्तीफे से देश की राजनीति में खलबली मचना स्वाभाविक था। यह राजनीति उनकी पार्टी में ज्यादा था क्योंकि शरद पवार का मतलब ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अलग होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी बनाई, चलाई और उसे स्थापित किया। इसके बाद भी पवार पार्टी में अपना उत्तराधिकारी तैयार नहीं कर पाए।

  1. भाजपा पेटदर्द वाली पार्टी, आपके प्रधानमंत्री नौटंकीबाज हैं

शिवसेना सांसद ने लिखा कि भाजपा पेटदर्द वाली पार्टी है। ये कभी नहीं चाहती कि किसी दूसरे का भला हो। यह पार्टी दूसरों पार्टियां और लोगों के घरों को तोड़कर बनी है। भाजपा के नेता पवार के इस्तीफे को नौटंकी कह रहे हैं। ऐसा करने से पहले उन्हें दुनिया के सबसे बड़े नौटंकीबाज के तौर पर ख्याति प्राप्त अपने प्रधानमंत्री मोदी को देखना चाहिए।

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