टिकट नहीं मिलने पर फफक पड़े BJP प्रदेश उपाध्यक्ष Uncategorized by mpeditor - October 28, 2023October 28, 20230 दशहरा मिलन में बोले-निर्णय पार्टी का नहीं, व्यक्तियों का है; समर्थक भी रोए भिंड – भिंड के मेहगांव में आयोजित दशहरा मिलन समारोह में BJP के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी (मुकेश चौधरी) का दर्द छलक पड़ा। उनकी आंखों से आंसू बह निकले। उनके आंसू पोंछते हुए मंच पर समर्थक भी रोने लगा। चौधरी ने अपने भाषण में कहा, ‘पार्टी-संगठन पर व्यक्तिवाद हावी हो गया है।’ उन्होंने शुक्रवार को दशहरा मिलन के मंच पर कहा, ‘मन में कसक है, पीड़ा है। अभी यात्रा चलेगी। मैं पराजित नहीं हुआ हूं। मेरी पार्टी ने जो निर्णय लिया, शिरोधार्य है। कुछ सोचकर लिया होगा, लेकिन निर्णय पार्टी का होता तो और खुशी होती। निर्णय व्यक्तियों का है। भाजपा सदैव कैडरबेस पार्टी रही है, लेकिन निरंतर सत्ता में बैठे लोग अपने आपको संगठन से बड़ा मान लेते हैं…।’ जिसे मैंने जिला पंचायत में बैठाया, षड्यंत्र में उनकी भूमिका चौधरी ने कहा, ‘मैंने अपना तन, मन और धन समूचा पार्टी के लिए लगाया है, लेकिन मन में कसक भी है। मैं विधायक बना…, मेरे पास रेत के ठेकेदार आए। गितौर सिद्ध बाबा आश्रम की बात है, जिन सज्जन को मैंने जिला पंचायत में बैठाया, इन सज्जन ने मुझे एक बड़ी रकम महीने की देने की पेशकश की। मैंने कहा- पैसा मेरी प्राथमिकता नहीं है। मैंने किसी एक व्यक्ति को कभी ठेकेदार नहीं बनाया कि सारा रेत यही बेचेंगे।’उन्होंने बताया, ‘कलेक्टर के कक्ष में बैठकर बात हुई। वहां मैंने कहा- गांव की जनता नीचे से रेत ऊपर लाएगी, फिर वहां से ठेकेदार जहां ले जाना चाहें, ले जाएं। इससे नदी किनारे के गांव का जीवनस्तर सुधरेगा। यह मैंने प्रयास किया। पिछले पांच वर्षों में गिने-चुने लोग ठेकेदार बना दिए गए। और यह जो षड्यंत्र हुआ, इसमें उन ठेकेदारों की भी भूमिका है। उनको पता था कि अगर यह व्यक्ति धोखे से आ गया तो हमारे सारे गोरखधंधे बंद हो जाएंगे।’ BJP उम्मीदवार बोले- एक आदमी वातावरण खराब कर रहा मेहगांव से भाजपा प्रत्याशी राकेश शुक्ला ने गोरमी में कार्यालय उद्घाटन के दाैरान कहा- एक आदमी वातावरण खराब कर रहा है। गद्दार कौन है, यह आपको मालूम है। अभी जवाब देने का समय नहीं है। जवाब समय आने पर देंगे। उन्होंने मुकेश चौधरी का नाम लिए बिना कहा- मेहगांव में एक कार्यक्रम की चर्चा चल रही थी। ठेकेदारों के बारे में भी चल रही थी और नेताओं के बारे में भी चल रही थी। एक किस्सा सुनाता हूं। एक बार गिर्राजजी की परिक्रमा करने 80 लोग गए। इनमें से एक भटक गया। वह भटकते हुए थाने पहुंच गया। थानेदार ने पूछा तो वह बोला- बहुत परेशान हूं। हम 80 लाेग आए थे, उसमें से 79 साथी खो गए। शुक्ला आगे बोले, ’79 तो साथ बैठे हैं, सिर्फ 1 खो गया है। एक जो भाजपा का नाम खराब करने का काम रहा है। जो समाज के लोगों पर आक्षेप लगाने का काम कर रहा है।’