पेयजल समस्या को लेकर प्रदर्शन, इंद्रपुर में 18 घंटे से धरने पर बैठे ग्रामीण Uncategorized by mpeditor - May 2, 2024May 2, 20240 समाधान नहीं हुआ तो करेंगे मतदान का बहिष्कार बड़वानी – बड़वानी जिले की राजपुर तहसील की ग्राम पंचायत इंद्रपुर के ग्रामीण पिछले कई दिनों से पेयजल समस्या का सामना कर रहे हैं। जिससे त्रस्त हो चुके ग्रामीण अब धरना देकर इसे दूर करने की गुहार लगा रहे हैं। समस्या को लेकर गांव के लोग बुधवार शाम से धरने पर बैठे हैं। लोगों को धरना देते हुए 18 घंटे बीत चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वो कई दिनों से परेशानी से जूझ रहे हैं, कई बार अधिकारियों को समस्या बताने के बाद भी इसका कोई हल नहीं हुआ। अब उन्हें मजबूरन धरना-प्रदर्शन कर अपनी आवाज उठाना पड़ रही है।लोगों के अनुसार उनके गांव में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए शासन की योजना के तहत दो करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से काम होना था, लेकिन यह काम भी अधर में लटका हुआ है। गर्मी में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीणों ने पानी नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद करते हुए 13 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले समस्या का समाधान नहीं होने पर इसका बहिष्कार करने की भी बात कही है। धरने के दौरान लोगों ने राजपुर जनपद सीईओ और नल-जल योजना के ठेकेदार के नाम के नारे भी लगाए। तीन किमी दूर से पानी लाकर बुझा रहे प्यास पेसा एक्ट ग्रामसभा के अध्यक्ष अखिलेश पटेल ने बताया कि गांव में पेयजल की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। ग्रामवासी तीन किमी दूर पैदल चलकर व साइकिल, बाइक और बैलगाड़ी से पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। कई लोग मजदूरी कर अपना जीवनयापन करते हैं, जिन्हें पानी की समस्या के कारण मजदूरी करने जाने में भी परेशानी होती है। सभी से लगाई गुहार, सुनने वाला कोई नहीं ग्रामीण अखिलेश पटेल ने बताया कि पिछले दो साल से पीने के पानी के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। पानी की समस्या को लेकर लगातार ज्ञापन, आवेदन-निवेदन और धरना-प्रदर्शन सहित आंदोलन करते आ रहे हैं। एसडीएम, कलेक्टर, पीएचई विभाग सहित जिम्मेदार सभी लोगों को समस्या बता चुके हैं। फिर भी समस्या दूर नहीं हुई है। हमारी मांग है कि पानी की स्थायी व्यवस्था की जाए। गांव में चार हजार मतदाता है और 10 हजार की जनसंख्या है। सभी लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। समस्या बढ़ने पर आवाज उठा रहे ग्रामीण ग्राम के दीपक बघेल ने बताया कि गांव में पानी की बड़ी समस्या है। आसपास कोई कुआं भी नहीं है, जहां से पानी लाया जा सके। पानी की समस्या दूर नहीं हुई तो वोट नहीं डालेंगे। सभी ग्रामीण मिलकर चुनाव का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने बताया कि पेयजल योजना का लाभ भी सही नहीं मिल रहा है। जो पाइप लाइन बिछाई गई है, वह भी हर रोज फटती है। उसे सही करने पर दूसरे दिन फिर समस्या खड़ी हो जाती है, जिससे पानी की समस्या एक जैसी बनी हुई है। अधिकारियों को बताने पर भी वे ध्यान नहीं दे रहे हैं।