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टीकमगढ़ विधायक के खिलाफ स्थानीय लोगों ने संभाला मोर्चा

गुपचुप तरीके से राजनैतिक लाभ लेने किया जाना था भूमिपूजन

टीकमगढ़ – विकास के बड़े-बड़े दावे करके चुनाव जीतने वाले भाजपा विधायक राकेश गिरी की तानाशाही, क्षेत्र में विकास की उपेक्षा, विधायक के भाई की दादागिरी से विधानसभा क्षेत्र के लोग नाराज हैं। अब चुनावी साल में विधायक राजनैतिक लाभ के लिए विकास कार्यों का भूमिपूजन करने का उपक्रम कर रहे हैं, जिसका विरोध शुरू हो गया है। भाजपा विधायक राकेश गिरी के द्वारा टीकमगढ़ शहर के चौपुलिया के पास श्री 1008 भगवान परशुराम अग्निहोत्र सामुदायिक भवन का भूमिपूजन किया जाना था। इसकी लिए तैयारियां भी पूरी कर ली गई थी। इस कार्यक्रम के लिए विधायक के लोगों ने तंबू भी लगा लिया था, लेकिन अचानक ब्राहम्ण समाज के लोगों ने इसका विरोध कर दिया।
विरोध होते हुए विधायक राकेश गिरी के भाई महेश गिरी गोस्वामी ने अपनी फेसबुक आईडी पर कार्यक्रम निरस्त होने की सूचना अपलोड कर दी। उन्होंने उसमें लिखा कि चौपुलिया के पास श्री 1008 भगवान परशुराम जी अग्निहोत्र सामुदायिक भवन का भूमि पूजन विधायक राकेश गिरी के द्वारा किया जा रहा था, जो कुछ ब्राहम्ण समाज के बंधुओं द्वारा विरोध जताने के कारण स्थगित कर दिया जाता है। जैसे ही महेश गिरी ने अपने फेसबुक से ये सूचना अपलोड की उसके बाद से ही ब्राम्हण समाज के लोगों के द्वारा सोशल मीडिया पर जमकर टीका टिप्पणी की गई।
-बिना सूचना कार्यक्रम आयोजित
ब्राम्हण समाज के लोगों का आरोप है कि विधायक ने ब्राम्हण समाज के लोगों को इसकी सूचना नहीं दी और बिना किसी सूचना के अपने मन से ऐसा करने की कोशिश की जिस कारण ब्राहम्ण समाज इसका विरोध करता है। कई लोगों ने कहा है कि अगर विधायक को भूमि पूजन करना था, तो ब्राहम्ण समाज के संतों को बुलाया जाना चाहिए था। विधायक राकेश गिरी के भाई महेश गिरी की फेसबुक आईडी पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष मनोज देवलिया ने लिखा कि महेश भाई सीधा मेरा नाम लिखिए ना। मैंने ही विरोध किया है। क्योंकि न तो इस कार्यक्रम की सूचना ब्राहम्ण समाज के संतों को थी न ही समाज के वरिष्ठों को थी। गुपचुप तरीके से राजनैतिक लाभ लेने के लिए इस कार्यक्रम को किया जा रहा था। जो कि सरासर गलत है। इतना ही नहीं मनोज देवलिया ने अपने अगले कमेंट में लिखा कि जिस समाज के लिए काई कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, कम से कम उस समाज के महत्वपूर्ण लोगों को तो सम्मिलित किया जाए। इतना ही नहीं ये विरोध की खबर ब्राहम्ण समाज के लोगों में आग की तरह फैल गई। उसके बाद लोगों ने धड़ाधड़ विधायक राकेश गिरी के खिलाफ टिप्पणियां करना शुरू कर दी। ब्राहम्ण समाज के पवन पाण्डेय ने लिखा कि चाहे सामुदायिक भवन हो या मंदिर का निर्माण उसका भूमि पूजन साधु संतों और ब्राहम्णों के द्वारा हो। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कमेंट में लिखा कि हमें भूमि पूजन में सिर्फ समाज और संत चाहिए। इस पूरे मामले में फिलहाल सोशल मीडिया पर घमासान मचा हुआ है, लेकिन अब तक विधायक राकेश गिरी का कोई भी पक्ष सामने नहीं आया है।

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