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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बताएं कि यदि उनके नेतृत्व में चल रहा चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो इन प्रमाणिक तथ्यों का जवाब आप नहीं तो कौन देगा – के. के. मिश्रा

डाक मतपत्रों की गणना 3 दिस.23 मतगणना दिवस के दिन प्रात: 8 बजे होगी तो बालाघाट में 27 नवंबर को स्ट्रांग रूम कैसे खोला गया – के. के. मिश्रा

भोपाल – मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के अध्यक्ष श्री के. के. मिश्रा ने कहा कि जब चुनाव आयोग के ही स्पष्ट निर्देश हैं कि डाक मतपत्रों की भी गणना 3 दिस.23 मतगणना दिवस के दिन प्रात: 8 बजे होगी तो बालाघाट में 27 नवंबर को स्ट्रांग रूम कैसे खोला गया, क्या इस कार्य के लिए चुनाव आयोग के ही निर्देश थे?*
श्री मिश्र ने कहा कि जिले के कलेक्टर RO कह रहे हैं कि कांग्रेस को कुछ कंफ्यूजन है तो फिर नोडल अफसर को सस्पेंड क्यों किया गया?
उन्होंने कहा कि असली दोषी तो वही कलेक्टर है,जिनसे उक्त कृत्य की अब निर्वाचन पदाधिकारी जांच करवाएंगे ! क्या राज्य की पूरी जनता मूर्ख और समझदार सिर्फ आप ही हैं?
श्री मिश्रा ने कहा कि स्थानीय SDM का यह कथन की स्ट्रांग रूम सारे राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में रोज खुलता है, क्या यह आयोग के नियमों के अनुरूप है और आप भी इससे सहमत हैं? या एसडीएम व्यापमं से चयनित हैं?
श्री मिश्रा ने कहा कि प्रतीत होता है कि मप्र विधान सभा चुनाव की समूची प्रक्रिया में सत्तारूढ़ दल को राजन जी आप खुद परोक्ष रूप से लाभ पहुंचा रहे हैं, क्योंकि आपने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे यह प्रतीत हो कि आप निष्पक्ष हैं..!!

श्री मिश्रा ने चुनाव आयोग पर सवालिया निशान उठाते हुए कुछ यक्ष प्रश्न पूछे हैं –

(1) कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों द्वारा करीब 350 से अधिक की गई विभिन्न प्रमाणिक शिकायतों पर आपने अपनी निष्पक्षता साबित करते हुए एक के खिलाफ भी एक्शन क्यों नहीं लिया?
(2) मतदान दिवस पर पूरे प्रदेश में हिंसा, बूथों पर कब्जे, जाति विशेष के लोगों के बूथों पर उन्हें हथियार बंद लोगों ने वोट नहीं डालने दिए, पैसा,शराब व अन्य सामग्रियां सत्तारूढ़ दल के लोगों द्वारा रात-दिन वितरित होती रही,आयोग “मूकमूर्ति” बना रहा, क्यों और किसके दबाव में?
(3) कई जिलों में कलेक्टर – एसपी ने सिर्फ गले में भाजपाई दुप्पटा नहीं डाला,बाकी वह सब किया जो उन्हें नहीं करना था, क्या यह सब आपके निर्देश पर हुआ अन्यथा आप धृतराष्ट्र क्यों बने रहे?
(4) सरकार विरोधी लहर के बीच पूरे प्रदेश में सरकार के दबाव में मतदान दिवस पर चुनाव ड्यूटी में लगे कई हजार सरकारी कर्मचारी /अधिकारियों को डाकपत्र न देकर जानबूझकर उन्हें उनके मताधिकार से वंचित किया गया,आपने ऐसा क्यों,किसके संरक्षण में और किसे लाभ पहुंचाने के लिए अंजाम दिया?

श्री मिश्रा ने राजन अनुपम से पूछा कि क्या यह घटना किसी राष्ट्रद्रोह के समकक्ष नहीं है,आप संविधान के रक्षक हैं या..!!
श्री मिश्रा ने कहा कि राजन सा. मैं किसी राजनैतिक दल के कार्यकर्ता होने के साथ एक जवाबदार मतदाता भी हूं, बेखौफ हो कर आप व आयोग के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहा हूं, आज नहीं तो कल आपको इसका जवाब देना ही होगा….?

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