You are here
Home > Uncategorized > ज्योतिबा फुले ने बाल विवाह का विरोध किया, विधवा विवाह पर जोर दिया

ज्योतिबा फुले ने बाल विवाह का विरोध किया, विधवा विवाह पर जोर दिया

भोपाल – महात्मा ज्योतिबा फुले की 133 वीं पुण्यतिथि पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभागार में कांग्रेसजनों द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
ज्योतिबा फुले के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रकाश जैन ने बताया कि पत्नी सावित्री फुले के साथ मिलकर देश में लड़कियों की शिक्षा के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले ने स्कूल खोला। सत्य शोधक समाज नामक संस्था का गठन कर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए कार्य किये। बाल विवाह का विरोध करते हुए विधवा विवाह पर जोर दिया और ब्राम्हण-पुरोहित के बिना विवाह संस्कार शुरू कराने में उनका योगदान रहा, जिसे मुंबई हाई कोर्ट से भी मान्यता मिली।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एवं कार्यक्रम समन्वयक आनंद तारण ने संचालन करते हुए कहा कि ज्योतिबा फुले ने देश में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा दिया, जिससे समाज में लड़कियों को गौरव और सम्मान मिला।
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष जे.पी. धनोपिया, डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान, प्रवक्ता शहरयार खान, रवि वर्मा सहित कांग्रेस नेता उमेश झा, सुबोध जैन, महक राणा, मुजफ्फर अली सहित अन्य कांग्रेस नेता उपस्थित थे।

Top