You are here
Home > Sports > 7 करोड़ से बन रहे स्टेडियम में तकनीकी खामी

7 करोड़ से बन रहे स्टेडियम में तकनीकी खामी

जगह कम थी तो पूरब-पश्चिम दिशा में बना दिया हॉकी स्टेडियम

भोपाल – हॉकी की नर्सरी कहलाने वाले भोपाल में खेल विभाग ने ऐसा अजूबा किया जो अब तक नहीं हुआ। दरअसल लिंक रोड एक पर 7 करोड़ की लागत से ऐसा हॉकी स्टेडियम तैयार किया जा रहा है जिसकी दिशा उत्तर-दक्षिण न होकर, पूर्व-पश्चिम है। इससे सुबह और शाम के वक्त सूरज की सीधी रोशनी खिलाड़ियों के आंखों पर पड़ेगी। इससे वे ठीक से खेल नहीं पाएंगे, साथ ही उनके चाटिल होने की आशंका भी रहेगी।
इस स्टेडियम के डिजाइन को लेकर शहर के अधिकतर हॉकी खिलाड़ी, पूर्व कोच और एक्सपर्ट भी आश्चर्यचकित हैं। सभी का यही कहना है कि आखिर खेल एवं युवा कल्याण विभाग इतनी बड़ी टेक्निकल गलती कैसे कर सकता है। वैसे आशंका यह भी है कि स्टेडियम में तकनीकी रूप से खामी होने पर हॉकी इंडिया इसे मान्यता देने से भी इनकार कर सकता है। विशेषज्ञों और सीनियर खिलाड़ियों के मुताबिक देश-दुनिया में सभी स्टेडियम चाहे क्रिकेट पिच हो या हॉकी टर्फ मैदान, सभी की दिशा नार्थ-साउथ ही होती है।

1 खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने पिछले 10 साल में भोपाल समेत प्रदेश भर में 17 हॉकी टर्फ बिछाए हैं। सभी की दिशाएं नॉर्थ-साउथ ही हैं।
2 सबसे पुराना व ऐतिहासिक हॉकी स्टेडियम ऐशबाग भी नॉर्थ-साउथ है। मेजर ध्यानचंद हॉकी परिसर में बना पहले का स्टेडियम भी नॉर्थ-साउथ ही है।
3 जानकारों का कहना है कि विभाग की ऐसी क्या मजबूरी है कि लिंक रोड नंबर -1 पर बन रहे दूसरे हॉकी मैदान को ईस्ट-वेस्ट बनाना पड़ रहा है।

Top