मध्य प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी चल रही है – पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ Politics by mpeditor - August 28, 2020August 28, 20200 मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी चल रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को आरोप लगाया है कि प्रदेश में यूरिया की जमकर कालाबाज़ारी चल रही है। कमलनाथ ने यहां बयान जारी कर कहा, ‘‘मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा रोज सामने आ रहा है। जिस दिन से प्रदेश में भाजपा की सरकार काबिज हुई है, प्रदेश का किसान उसी दिन से परेशान हो चला है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘आज प्रदेश में यूरिया का जमकर संकट बना हुआ है। प्रदेश के कई हिस्सों में किसानों को यूरिया के लिये भटकना पड़ रहा है। यूरिया की कालाबाज़ारी जमकर जारी है। किसानों को महंगे दामों पर यूरिया खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। खाद के लिये लाइनों में लगा किसान पुलिस की लाठियां भी खा रहा है।’’ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि एक तरफ किसान लंबी-लंबी लाइन लगाकर एक-एक बोरी खाद के लिये भटक रहा है, वहीं दूसरी ओर किसानों को मिलने वाली खाद को भूमिहीनों व मृतकों के नाम पर फर्जी तरीके से आवंटित कर लाखों क्विंटल खाद को भाजपा समर्थित व्यापारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर ठिकाने लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके प्रमाण भी प्रदेश के कई हिस्सों से सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, प्रदेश में अमानक खाद की बिक्री भी चरम पर है. लेकिन, राज्य सरकार कुंभकर्णी नींद में सोयी हुई है।’’ कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिर्फ जुबानी चेतावनी व धमकियों से काम चला रहे हैं। जमीनी धरातल पर कालाबाजारी व मिलावटखोरी रोकने के कोई इंतजाम नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान परेशान होकर सड़कों पर उतर रहा है। कमलनाथ ने कहा कि सरकार को सारी स्थिति पूर्व से ही पता थीं लेकिन इसको रोकने को लेकर कोई ठोस कदम समय पर नहीं उठाये गये। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि वे मैदान में जाकर जमीनी हकीकत देखे। प्रदेश में किसान भाइयों को मिलावट रहित यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये तत्काल आवश्यक कदम उठाये जाएं, अन्यथा कांग्रेस किसानों के समर्थन में सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।’’