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जिस छात्रावास का लोकार्पण 22 माह पहले हो चुका उसी के समर्पण कार्यक्रम से सांसद-विधायक ने बनाई दूरी

सागर – डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में 26 अप्रैल 2022 काे जिस सरस्वती कन्या छात्रावास का लाेकार्पण केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी कर चुकी थीं, उसी का राष्ट्र काे समर्पण कार्यक्रम गुरुवार काे विवि में हुआ। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. वीरेंद्र कुमार ने वर्चुअली देश के 34 एससी एवं ओबीसी छात्रावासाें का शिलान्यास एवं लाेकार्पण किया।
उसी में सागर विवि के 22 माह पूर्व लाेकार्पित हाे चुके हाॅस्टल काे राष्ट्र काे समर्पित किया गया। हालांकि मंत्री ने अपने भाषण में यह जिक्र नहीं किया कि अन्य का लाेकार्पण और शिलान्यास हाे रहा है, जबकि सागर विवि के छात्रावास काे राष्ट्र काे समर्पित किया जा रहा है। इतना ही नहीं जाे पत्थर स्क्रीन पर दिखाया जा रहा था, उसमें भी शिलान्यास और लाेकार्पण ही आ रहा था।

बहरहाल, पुराने हॉस्टल के राष्ट्र को समर्पण के नाम पर हुए आयाेजन में अतिथि के ताैर पर सांसद राजबहादुर सिंह एवं विधायक शैलेंद्र जैन काे भी बुलाया गया था। परंतु वे इसमें शामिल नहीं हुए। दरअसल, इस आयाेजन काे लेकर विवि से लेकर शहर तक यही चर्चा रही कि लोकार्पित हो चुके भवन का राष्ट्र के नाम समर्पण क्याें कराना? यही वजह रही कि सांसद और विधायक ने इस आयाेजन से दूरी बनाई और वे नहीं पहुंचे। हिमाचल मे हाेने के चलते विवि की कुलपति प्राे. नीलिमा गुप्ता भी अभिमंच सभागार के कार्यक्रम में शामिल नहीं हाे सकीं।
कार्यक्रम को राज्यमंत्री डॉ. रामदास अठावले, ए नारायण स्वामी, प्रतिमा भौमिक ने भी संबोधित किया। विवि में हुए कार्यक्रम में अध्यक्षता प्रभारी कुलपति प्रो. पीके कठल ने की। इस माैके पर प्रो. चंदा बेन, प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी, प्रभारी कुलसचिव डॉ. सत्यप्रकाश उपाध्याय, जेआर इंजीनियरिंग संताेष साेहगाैरा, प्रभारी ईई राहुल गिरी गोस्वामी आदि माैजूद थे। संचालन डॉ. शशि कुमार सिंह ने किया।

भारत सरकार के पास नई उपलब्धियां नहीं तो पुराने कामाें काे ही नए सिरे से दिखा रही: ज्याेतिषी

कांग्रेस के जिला प्रवक्ता आशीष ज्याेतिषी ने इस मामले में बयान जारी किया है। उनका कहना है कि विकसित भारत का दावा करने वाली भाजपा सरकार के हाल ये हैं कि 22 माह पूर्व लाेकार्पित हाे चुके कार्याें तक के दाेबारा कार्यक्रम करा रहे हैं।
यदि यह हाॅस्टल राष्ट्र काे अब समर्पित किया गया है ताे क्या यह पहले राष्ट्र में नहीं था? लाेकार्पण के बाद से जाे छात्राएं अलग-अलग राज्याें से आकर रह रही हैं, क्या वे राष्ट्र की नहीं हैं? एक सवाल यह भी है कि अन्य जाे बिल्डिंग आदि लाेकार्पित हाे चुके हैं वे राष्ट्र काे समर्पित कब किए जाएंगे? कुल मिलाकर भाजपा सरकार एक-एक काम काे बार-बार दिखाकर विकास का खाेखला दिखावा करती है।
हाेना ताे यह चाहिए था कि एक नए छात्रावास का शिलान्यास किया जाता, जिसका लाभ सागर विवि और विद्यार्थियाें काे मिलता। प्रधानमंत्री माेदी थाेकबंद लाेकार्पण कर देते हैं ताे मंत्री बेचारे देखते रह जाते हैं। एेसे में वे कार्यक्रम करने के बहाने तलाशते हैं। इसी हाेड़ का परिणाम है कि जिस हाॅस्टल काे केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने लाेकार्पित कर दिया, उसे ही दूसरे विभाग के मंत्री समर्पण कार्यक्रम से श्रेय लेने में लगे हैं।

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